रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- देश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाने व आत्मनिर्भर एवं सशक्त भारत के निर्माण हेतु, भविष्य की भावी पीढ़ी का निर्माण हो सके इस हेतु राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विद्या भारती के सभी स्कूलों में लागू हो चुकी है। इसी कड़ी में शिक्षकों की शिक्षण गुणवत्ता में सुधार हो व अच्छे शिक्षक तैयार हो सकें, इसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की योजना अनुसार संपूर्ण देश के विभिन्न प्रांतों से प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा कराया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत अखिल भारतीय तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर और दुर्गावती हेमराज टाह सरस्वती विद्या मंदिर, नेहरू नगर गाजियाबाद में संयुक्त रूप से किया जा रहा है। 

विद्याभारती के 12000 स्कूलों के लगभग 1.5 लाख शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए व शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की आकांक्षा के अनुरूप तैयार करने करने के लिए विद्या भारती के अखिल भारतीय अधिकारियों सहित देश के सभी क्षेत्रों के प्रशिक्षण प्रमुख व सभी प्रांतों के प्रशिक्षण प्रमुख प्रतिभाग कर रहे हैं। आज इस प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन विद्या भारती के अध्यक्ष डी. राम कृष्ण राव जी द्वारा किया गया। मा. अध्यक्ष जी ने सभी प्रतिभागियों के समक्ष भविष्य की शिक्षा योजना को ध्यान में रखते हुए अपने विचार सभी के सामने रखे। भविष्य में सभी के लिए किस प्रकार के प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी इस पर भी प्रकाश डाला।

इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में विद्या भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष डी. रामकृष्ण राव, संगठन मंत्री आ. गोविन्द महन्त, सह संगठन मंत्री आ. श्रीराम अरावकर, अखिल भारतीय महामंत्री आ. अवनीश भटनागर जी, सहित अखिल भारतीय प्रशिक्षण प्रमुख आ. अशोक पांडा, सह प्रमुख, आ. राम मनोहर, रावला सूर्यनारायण, पालक अधिकारी प्रशिक्षण विभाग आ. लक्षमण राव तीनों दिन उपस्थित रहेंगे।
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