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गाजियाबाद :- आचार्य दीपक तेजस्वी ने कहा कि इस बार भारत में होलिका दहन दो दिन होगा। कुछ शहरों में 6 मार्च को तो कुछ शहरों में 7 मार्च को होलिका दहन होगा। आचार्य दीपक तेजस्वी के अनुसार प्रदोष व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा में होलिका दहन किया जाता है। इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 6 मार्च सायं 4.17 से प्रारंभ होकर 7 मार्च की शाम को 6.09 तक रहेगी। दो दिन पूर्णिमा होने से ही होलिका दहन को लेकर असमंजस पैदा हुआ है।
आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि भद्रा का साया 6 मार्च की शाम 4 बजकर 48 मिनट से 7 मार्च की सुबह 5 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। भद्रा काल में होलिका दहन शुभ नहीं माना जाता है। 7 मार्च को सुबह 5 बजकर 14 मिनट पर भद्रा समाप्त हो जाएगी। ऐसे में 7 मार्च को भद्रा के बाद होलिका दहन किया जा सकता है।
भारत सरकार ने 7 और 8 मार्च को होलिका दहन व धुलेंडी का अवकाश घोषित किया है। इसी कारण बहुत से लोग 7 मार्च को ही होलिका दहन करने के पक्ष में हैं। राजस्थान में 6 मार्च को होलिका दहन और 7 मार्च को धुलेंडी मनाई जाएगी। इसी दिन सरकारी अवकाश रहेगा।