रिपोर्ट :- विकास शर्मा

हरिद्वार :- कनखल स्थित बड़ा अखाड़ा में हुए महंतो के आपसी विवाद गहराता जा रहा है। अखाड़े में आपसी मतभेद और विवाद को लेकर महंतो व अखाड़ा के संतो में राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर रोष व्याप्त है। बड़े उदासीन अखाड़े में पत्रकार वार्ता दौरान  अखाड़ों के महंतों और महामंडलेश्वर ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए नगर विधायक मदन कौशिक व पूर्व पार्षद भूपेन्द्र कुमार के अनावश्यक हस्तक्षेप को लेकर रोष व्यक्त किया।

विदित हो कनखल स्थित बड़ा अखाड़ा उदासीन में चार महतों के निष्कासन के बाद अखाड़े में विवाद गहराता जा रहा है।इसी कड़ी में आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए अखाड़े के श्रीमहंत दुर्गादास महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, महामण्डलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश व अन्यों ने कहाकि अखाड़ों की अपनी एक व्यवस्था होती है। उसका संचालन निर्बाध रूप से अखाड़ों के महंत, पंच आदि करते आ रहे हैं। किन्तु अखाड़े की गतिविधियों मंे नगर विधायक मदन कौशिक व पूर्व पार्षद भूपेन्द्र कुमार ठेकेदार बनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इन्हेें अखाड़े की गतिविधियों व अन्य व्यवस्थाओं के संचालन से दूर रहने की हिदायत दी। उन्होंने कहाकि अखाड़ों की अपनी मर्यादा है और अखाड़े की परम्पराओं को किसी भी कीमत पर नष्ट नहीं होने दिया जाएगा।

दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन अवसर व सैंगोल परंपरा को पुन: स्थापित करने हेतु संतो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहाकि इससे देश का मान बढ़ा है। साथ ही संतों ने देश में चल रहे धर्मान्तरण, समलैंगिकता, लिव इन का विरोध जताते हुए इसकी निंदा की। उन्होंने उत्तराखण्ड में लैंड जिहाद पर सीएम धामी द्वारा उठाए जा  रहे मुद्दों को उठाने हेतु उनको साधुवाद दिया।
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