रिपोर्ट :- अजय रावत
गाज़ियाबाद :- भारत विकास परिषद राजनगर एक्सटेंशन शाखा द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्लास्टिक के कचरे के निस्तारण का प्रशिक्षण लिया गया। दिल्ली में असि. प्रोफेसर रचिता एवं विपिन कसाना ने परिषद परिवार के सदस्यों को आमन्त्रित करते हुए प्लास्टिक के कचरे के माध्यम से उसे रिसाईकिल करते हुए सड़क निर्माण की बहुमूल्य जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर शाखा अध्यक्ष सुभाष गुप्ता ने दोनो प्रशिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय में प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बहुत बड़ा खतरा है, समय रहते इसकी रिसाईक्लिंग होनी अति आवश्यक है। सभी परिवारों को अपनी भविष्य की पीढ़ी को सुरक्षित पर्यावरण प्रदान करने हेतु प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के उपायों पर गंभीर रूप से चलते हुए धरती को सुरक्षा प्रदान करनी होगी।
सचिव प्रदीप गर्ग ने कहा कि सोसाईटी में रहने वाले निवासियों से घर-घर पहुचकर अपील की गई है कि वे लोग अपने किचन में आने वाली प्लास्टिक जैसे कोल्ड ड्रिक बोतल, दूध की पोलोथीन, पैकिंग्स, प्लास्टिक के व्यर्थ समान को इधर उधर न फेंककर सोसाइटी में बनाए गए एक विशेष स्थान पर दे दिया करेें जिससे कि इस प्लास्टिक को सम्बन्धित ऐजेंसी तक भेजकर उसका निस्तारण किया जाए। संयोजक अनुराग अग्रवाल ने इस अवसर पर बताया कि सोसाईटी के निवासियों द्वारा सोसाईटी में चिन्हित स्थान पर प्राप्त हुए प्लास्टिक को प्रत्येक सप्ताह आई.पी.सी. कम्पनी के माध्यम से वहां भेज दिया जाता है तत्पश्चात वह कम्पनी इसे रिसाईकल करते हुए इस प्लास्टिक कचरे को सड़क निर्माण में प्रयोग करती है।
महिला संयोजिका ने सीमा चैधरी ने बताया कि वर्तमान पीढ़ी को पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु प्लास्टिक के कचरे के निस्तारण के बारे में प्रशिक्षित करना अत्यन्त आवश्यक है। प्लास्टिक की रिसाईक्लिंग के माध्यम से हम धरती पर पर्यावरण संतुलन हेतु बेहतर कार्य अपनी नयी पीढ़ी को प्रशिक्षित करते हुए दे सकते हैं।