रिपोर्ट :- विकास शर्मा

उत्तराखण्ड :- हरिद्वार के वरिष्ठ पत्रकार न्याय की उम्मीद को लेकर उत्तराखंड शासन से हताश होकर प्रधानमंत्री कार्यालय में न्याय की आस को लेकर की गई अपील मैं प्रधानमंत्री कार्यालय ने वरिष्ठ पत्रकार के पूरे प्रकरण को लेकर बयान दर्ज कर उन्हें न्याय की जांच एसआईटी कमेटी को सौंपने के लिए उत्तरांचल के शासन के अधिकारियों को अग्रसारित किया गया है।              

वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रकाश चौहान विगत 2 साल से अपने प्रकरण की जांच को लेकर शासन से न्याय की गुहार लगा रहे हैं उन्होंने मामा राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मानवाधिकार आयोग तथा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से अपने प्रकरण की पूर्ण जांच हेतु अपील की थी। लेकिन न्याय तंत्र के ढुलमुल रवैया के कारण अब तक पीड़ित पत्रकार को न्याय नहीं मिल पाया है जिस से हताश होकर वेद प्रकाश चौहान ने महामहिम राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की अपील तक कर डाली।                                                                 
विदित हो 6 अगस्त 2021 में तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के इशारे पर कोतवाल प्रभारी वह तीन अन्य महिला दरोगा द्वारा पीड़ित पत्रकार वेद प्रकाश चौहान और उसके बेटे के खिलाफ पोक्सो का फर्जी मुकदमा दर्ज कर उन्हें गंभीर यातनाएं दी। इसकी शिकायत को लेकर न्याय की आस में पीड़ित पत्रकार द्वारा महामहिम राष्ट्रपति प्रधानमंत्री कार्यालय मानव अधिकार आयोग तथा मुख्यमंत्री उत्तराखंड प्रथम राज्यपाल उत्तराखंड से न्याय की अपील की थी। पीड़ित पत्रकार की अपील मात्र जांचो में ही सिमट कर रह गई ।                                                    

कल दिनांक 5 जून को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा पीड़ित पत्रकार के बयान दर्ज कर आश्वासन दिया गया है कि उनके पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी टीम द्वारा की जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा उठाए गए इस कदम से शायद पीड़ित पत्रकार कोर्ट न्याय मिल सके ताकि लोगों का न्याय प्रणाली तंत्र पर विश्वास बना रहे।
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