◼️डबल इंजन की सरकार सिर्फ पीड़ितों को आश्वासन देकर लुभा रही  



रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- देवभूमि उत्तराखंड में पिछले काफी समय से आम जनता के साथ ही पत्रकारिता पर भी प्रहार किए जा रहे हैं क्या डबल इंजन की सरकार सिर्फ मंचों से भाषण देने तक ही सीमित रह गई है। अपने प्रदेश की ही जनता को न्याय दिलाने में नाकाम हो रही है। प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तभी से कानून व्यवस्था इस तरह बिगड़ गई है कि एक सभ्य समाज के दिलों में हर पल भय बना हुआ है

प्रदेश में लगातार बड़ी घटनाएं होना आम बात हो गई है हर सरकारी विभाग में कुछ गलत  अधिकारियों की वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं आए दिन हत्याएं भू माफियाओं द्वारा सीधे साधे लोगों की संपत्ति पर कब्जा कर रहे हैं। जिसके लिए पीड़ित लोग अपने न्याय के लिए धक्के खा रहे हैं। वहीं बड़े बड़े अपराधी सरेआम अधिकारियों के साथ पार्टी करते नजर आते हैं हरिद्वार के कई पुलिस थाने चौकी दलालों के अड्डे बन रहे हैं जहां पीड़ितों की सुनवाई के लिए किसी अधिकारी के पास समय नहीं है। ओर तो ओर पीड़ितों को पुलिस द्वारा फटकारते हुए डराया जा रहा है। हरिद्वार जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को स्वयं ऐसे पुलिस अधिकारियों की जांच कर कार्यवाही करनी चाहिए

 जिससे साफ दिखाई देता है कि कुछ ऐसे अधिकारियों की मेहरबानी के कारण अपराध को बढ़ावा दिया जा रहा है। लेकिन ऐसे पीडितों को न्याय मिलने के बजाय सिर्फ आश्वासन देकर इति श्री की जा रही है। जिससे प्रदेश में अपराधी सरेआम बड़ी वारदात को अंजाम दे रहे हैं वहीं यदि कोई ईमानदार पत्रकार अपनी कलम से सच्चाई लिखने की हिम्मत करता है। तो उसके विरुद्ध पुलिस झूठे मुकदमे दर्ज कर उत्पीड़न कर रही है
 
ऐसे ही झूठे मुकदमे के शिकार हुए हरिद्वार के वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रकाश चौहान एवं उनके बेटे पर हरिद्वार के कुछ पुलिस अधिकारियों ने संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बिना कोई जांच कर उनका उत्पीड़न किया गया व जेल भेजा गया तभी से वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रकाश चौहान द्वारा प्रदेश सरकार से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे में फसाए जाने को लेकर लगातार न्याय की गुहार लगा रहे हैं जिसमें कई बार शिकायत दर्ज कराई गई हैं। कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड मुख्यमंत्री कार्यालय से भी पीड़ित पत्रकार वेद प्रकाश चौहान को अधिकारियों ने बात कर कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई आखिर सवाल यह उठ रहे है कि जब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार होते हुए कानून के रखवाले ही अपने पद का दुरुपयोग कर उत्पीड़न कर रहे हैं तो भला अपराधियों पर लगाम कैसे लगाया जाएगा ऐसे कुछ हिटलर शाही अधिकारियों की वजह से सरकार की जमकर किरकरी हो रही है।

वहीं हरिद्वार में ईमानदार पुलिस अधिकारियों की भी छवि को धूमिल किया जा रहा है जिससे आम जनता का भी पुलिस से भरोसा उठ रहा है। धामी सरकार को जल्द ही ऐसे बेलगाम अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए जिससे सरकार की छवि बेहतर बनी रहे और प्रदेश की जनता पर ऐसे बिना वजह उत्पीड़न ना हो।
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