◼️ शिव कल्याणकारी हैं, सोमवार को व्रत रखने से करते हैं भक्तों का कल्याण



रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने श्रद्धालुओं को श्रावण मास के पहले सोमवार की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि श्रावण मास के पहले सोमवार को बहुत अच्छा योग बन रहा है, जो भक्तों को भगवान शिव की कृपा दिलाएगा। श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर की बहुत अधिक मान्यता है। इसी कारण सावन के सोमवार को देश भर से श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने के लिए मंदिर में आते हैं। ऐसी ही मान्यता कानपुर के प्राचीन आनंदेश्वर मंदिर की भी है, जहां के वे उप महंत हैं। 

श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि भगवान शिव को श्रावण मास व श्रावण मास में भी सोमवार का दिन बहुत अधिक प्रिय है। इसी कारण सावन के सोमवार को पूजा-करने से भगवान शिव बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने के साथ उन्हें बेल पत्र, दूध, दही, पंचामृत, भांग धतूरा आदि अर्पित करना चाहिए और ओम नमः शिवाय का जाप करते रहना चाहिए। सोमवार को व्रती को एक समय शाम के समय मीठा भोजन ही करना चाहिए। श्रावण मास व सोमवार को  कीर्तन करके भी भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है, अतः लगातार कीर्तन करते रहना चाहिए। 

श्रावण मास में भगवान शिव शिवालयों में ही बसते हैं अतः शिवालयों में जाकर उनकी पूजा-अर्चना व उपासना करने से कल्याण होता हैं श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि शिव का दूसरा नाम कल्याण ही है। भगवान शिव कल्याण करने वाले हैं। अतः सावन के पहले सोमवार को जो भी उनकी पूजा-अर्चना व उपासना करेगा, उसका कल्याण अवश्य होगा। सोमवार के दिन का महत्व इसलिए भी अधिक है कि यह व्रत रखने से मनवांछित कामना पूरी होती है। सुहागिन महिलाओं को सौभाग्यवती होने का आशीष प्राप्त होता है और पति को लंबी आयु प्राप्त होती है तो वहीं अगर कुंवारी कन्याओं को यह व्रत रखने से सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है।
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