रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- उत्तर प्रदेश के एक महत्वपूर्ण जिले गाजियाबाद के अंतर्गत साहिबाबाद क्षेत्र को नया जिला बनाने की आवश्यकता को लेकर निवासियों, विभिन्न संगठनों और आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों के मध्य चर्चा हो रही थी। अतः आज यूनाइटेड फोरम ऑफ़ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन के नेतृत्व में साहिबाबाद क्षेत्र के प्रबुद्ध समाज द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन गाजियाबाद जिलाधिकारी को सौंपा गया। इस ज्ञापन के माध्यम से यह मांग रखी गई है की साहिबाबाद की आम जनता हर रोज मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रही है जबकि गाजियाबाद जिले से सर्वाधिक राजस्व राज्य को प्राप्त होता है। 

युनाइटेड फोरम के संयोजक जय दीक्षित ने बताया की जिला गाजियाबाद के अंतर्गत विधान सभा क्षेत्र साहिबाबाद में 2022 के विधानसभा चुनाव में 10 लाख, 20 हज़ार 300 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज थे, परन्तु यदि वर्तमान में जनसंख्या की बात करें तो इस विधान सभा की आबादी लगभग 35 लाख से भी अधिक है। इस विधानसभा के  अंतर्गत आनेवाले अकेले खोड़ा-मकनपुर नगर पालिका परिषद की आबादी 10 लाख से भी अधिक है।

युनाइटेड फोरम के संस्थापक सदस्य गोपाल बूबना ने बताया की साहिबाबाद विधानसभा, जनसँख्या के दृष्टिकोण से एशिया महाद्वीप का एक बड़ा विधानसभा क्षेत्र है तथा हिंदुस्तान के 9 राज्यों के आबादी से भी ज्यादा जनसंख्या वाले विधानसभा की लिस्ट में शामिल है, जिसका जनसंख्या घनत्व 4,500 प्रति वर्ग किलोमीटर होने के अलावा शैक्षणिक दक्षता का अनुपात लगभग 88% और विकास दर लगभग 43% है, जो उत्तर प्रदेश के किसी भी विधानसभा के तुलना में सर्वाधिक है। इतना ही नहीं राजस्व कर वसूली के दृष्टिकोण से भी साहिबाबाद, गाजियाबाद के अन्य विधानसभा के अनुपात में दशकों से लगातार अग्रणीय रहा है। 

गाजियाबाद नगर निगम परिक्षेत्र के 5 जोन, जिसके अंतर्गत 3 विधानसभा (साहिबाबाद, गाजियाबाद शहर तथा मुरादनगर) क्षेत्र आते है उनमे से 2 जोन (वसुंधरा और मोहन नगर जोन) अकेले साहिबाबाद विधानसभा के अंतर्गत आते है लेकिन मूलभूत जनसुविधाओं की अगर बात करें तो पूर्ववर्ती सरकारों के द्वारा तथा जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते लगातार साहिबाबाद विधानसभा की उपेक्षा की गई और कर के रूप में यहाँ से मिलने वाले भारी राजस्व का सिर्फ उपभोग किया गया। 

बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था हेतु यहाँ ना ही कोई प्रशासनिक कार्यालय बनाया गया और ना ही यहाँ से मिलने वाले राजस्व के एवज में आजतक आम जनमानस के लिए शैक्षणिक, स्वास्थ्य और जनसुविधा के दृष्टिगत आवश्यकतानुसार सुविधा मुहैया करवाई जा सकी है। वैसे भी यह माना जाता है कि जिला जितना छोटा होगा विकास की रफ्तार उतनी ही तेज होगी। ज्ञापन सौंपने में साहिबाबाद क्षेत्र के कई संगठनों और आरडब्ल्यूए के पदाधिकारीयों के साथ निम्न लोग उपस्थित रहे।
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