◼️इस वर्ष मकर संक्रांति होगी 15 जनवरी को



रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- शिव शंकर ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र गाजियाबाद के आचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि इस वर्ष 16 नवंबर से मलमास अथवा खरमास आरंभ हो जाएगा। शास्त्रों के नियम अनुसार जब भी धनु और मीन की संक्रांति में सूर्य आते हैं तो समय अवधि में वैवाहिक मुहूर्त ,गृह प्रवेश, गृह निर्माण भूमि पूजन आदि शुभ कार्य करना वर्जित हो जाता है। यद्यपि विवाह संबंधी अन्य कार्य जैसे सगाई, वैवाहिक तैयारी रिश्ता तर करना, घर के खरीदने के लिए टोकन मनी देना आदि के लिए मुहूर्त होते हैं। लेकिन विवाह करना, नए घर में प्रवेश करना नींव रखने अथवा भूमि पूजन करना इन कार्यों में एक महीना प्रतिबंध रहता है।
खरमास 16 दिसंबर को शाम 4:00 बजे से आरंभ होगा तथा 15 जनवरी 2024 को रात्रि 02:44 बजे समाप्त हो जाएगा. उसके पश्चात मकर की संक्रांति में पुनः शुभ कार्य आरंभ होंगे।

इस वर्ष मकर संक्रांति भी 14 जनवरी के स्थान पर 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी।यह खरमास संक्रांति के अनुसार पौष का महीना माना जाता है जो सौर गणना के अनुसार होता है। जो हर वर्ष 15 अथवा 16 दिसंबर से आरंभ होकर 14 जनवरी तक ही रहता है। यद्यपि चंद्रमा की गणना के अनुसार इस वर्ष पौष का महीना 27 दिसंबर से 11 जनवरी तक रहेगा। किंतु खरमास के गणना के अनुसार यह पौष मास सौर संक्रांति धनु से ही होता है। क्योंकि मकर संक्रांति 14 जनवरी को मध्य रात्रि 12:00 बजे के बाद 2:44 पर आएगी। रात्रि 12:00 बजे के बाद दिनांक बदल जाता है इसलिए मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त 15 जनवरी को ही होगा तथा संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा।


आचार्य शिवकुमार शर्मा,
ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु कंसलटेंट गाजियाबाद
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