रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- राष्ट्रीय जनसत्ता दल के चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ बीपीएस त्यागी पूर्व में भी यह सवाल उठा चुके है ? क्या जीटीबी अस्पताल यूपी गवर्नमेंट के अंडर में आता है ?? 
जीटीबी हॉस्पिटल क्यों करेगा ग़ाज़ियाबाद के मरिजो का इलाज ??
क्या उठ चुके है सवाल ??
एमएमजी अस्पताल में हड्डी जोड़ने के लिए इंप्लांट (प्लेट्स ) का न पाया जाना ??
हीटर का न होना ?
रेबीज वैक्सीन के लिए फ्रिज का न होना ? 
एंटी रेबीज सीरम का न होना ? 
आईसीयू में वेंटीलेटर का कार्यरत न होना व ऑक्सीजन की कमी वाले मरीज़ को जी टी बी अस्पताल भेजना।
ये सब ऊपर वाली घटनाएँ ग़ाज़ियाबाद के व यूपी के हेल्थ सिस्टम पर सवाल उठाती है ?

मेरा सुझाव !
किसी भी इस तरह की सेवा के लिए हमारी पार्टी व हमारी एनजीओ (अवेकनिंग इंडिया ) ग़ाज़ियाबाद के हेल्थ सिस्टम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार है। मेरा संबंधित अधिकारियो व मंत्रालय से अनुरोध है कि मेरी इस अपील को स्वीकार किया जाये जिससे भविष्य में ग़ाज़ियाबाद को हेल्थ के मामले में नीचा न देखना पड़े।
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