◼️योग के रूप में हमें निरोगता का वरदान मिला है
◼️महाराजश्री अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए
रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत समेत पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट अध्यक्ष व दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज लोगों को योग के प्रति जागरूक कर उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के अभियान में निरंतर लगे रहते हैं। शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भी उन्होंने प्रातकाल से ही योग के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर लोगों को योगाभ्यास कराया और उन्हें योग से होने वाले लाभ के बारे में बताया। सबसे पहले उन्होंने प्रातः 5 बजे श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर स्थित श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
महाराजश्री ने कहा कि योग के जनक महर्षि पतंजलि हैं। उन्होंने लोगों को शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखने के लिए योग की शुरूआत की थी और और योग ग्रंथ लिखा था। आज पूरा विश्व योग के महत्व को जान चुका है और स्वस्थ रहने के लिए योग कर रहा है तो इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता हैं, जिनके प्रयासों से ही हर वर्ष 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। श्री दूधेश्वर वेद विद्यालय संस्थान 25 वर्ष से अनवरत चल रहा है और वर्तमान में विभिन्न राज्यों के सैकडों छात्र 80 चारों वेदों का अध्ययन कर रहे हैं। यहां के विद्यार्थी श्री राम जन्म भूमि मंदिर से लेकर देश-’विदेश के सैकडों मंदिरों व विश्वविद्यालयों में अपनी सेवा दे रहे हैं तो इसका श्रेय योग को भी है। विद्यालय के छात्र नियमित रूप से योग करते हैं जिससे वे पूर्ण रूप से स्वस्थ रहकर हर चुनौती पर विजय प्राप्त कर अपने लक्ष्य तक पहुंचते हैं। वैद्य स्वामी मुकेशानंद गिरी महाराज, रमेशानंद गिरी महाराज भी मौजूद रहे।
श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर से महाराजश्री प्रताप विहार स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय पहुंचे, जहां आयोजकों व साधकों ने उनका स्वागत कर उनका आशीर्वाद लिया। महाराजश्री ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी। श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि महर्षि पंतजलि ने बहुत से जंगली जानवरों पर शोध करने के बाद योग की खेाज की और इस पर ग्रंथ तक लिखा। उनकी यह विश्व को बहुत बडी देन है क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य ही सब कुछ है। अगर स्वास्थ्य ही बेकार है तो सब कुछ ही बेकार है। महर्षि पतंजलि की योग विद्या को पूरे विश्व तक पहुंचाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत बडा योगदान है क्योंकि आज हर वर्ष 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है तो उनके प्रयास से ही संभव हुआ है।
उन्होंने योगाचार्य रमेश मंगल की सराहना करते हुए कहा कि रमेश मंगल वर्षो से योगाभ्यास करा रहे हैं और हजारों लोगों को योग से स्वस्थ कर चुके हैं। स्वामी वैद्य मुकेशानंद गिरी, रमेशानंद गिरी, सांसद अतुल गर्ग, पार्षद संतोष राणा आदि भी मौजूद रहे। राजनगर एक्सटेशन में केडब्ल्यू 6 मॉल में गाजियाबाद विकास मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि जंगलों में रहने वाले जानवर भी बीमार पडते हैं, मगर वे खुद को विभिन्न आसनों से स्वस्थ कर लेते हैं। महर्षि पंतंजलि ने इसी को आधार बनाकर ना सिर्फ योग की खोज की बल्कि उस पर योग ग्रंथ भी लिखा। ऋषि यानि रिसर्च करने वाला व मुनि यानि मनन करने वाला और महर्षि पंतंजलि ने रिसर्च कर व उस पर पूरी तरह से मनन करने के बाद ही योग की खोज की और मनुष्य को निरोगता का वरदान दे दिया। उनकी यह खोज आज योग के रूप में पूरे विश्व को ना सिर्फ अच्छा स्वास्थ्य प्रदान कर रही है, बल्कि मानसिक व शारीरिक रूप से फिट कर रही है।
हर किसी को योग को अपने जीवन में अपनाना चाहिए क्योंकि योग से हमारे अंदर के विकार, नकारात्मक विचार दूर होते हैं, सकारात्मकता आती है और नई उर्जा हमारे अंदर पैदा होती है। हम पूर्ण रूप से स्वस्थ रहते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। स्वामी वैद्य मुकेशानंद गिरी, रमेशानंद गिरी, पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ अनिल अग्रवाल, भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, अभिषेक शर्मा आदि भी मौजूद रहे।