रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
       सपा कार्यालय पर भीषण गर्मी व कोरोना वायरस के बीच सपाईयों में काफी उबाल दिखाई दे रहा है, सबसे बड़ी बात यह है कि यह उबाल सत्ताधारी पार्टी को लेकर नहीं बल्कि अपने ही जिलाध्यक्ष राशिद मलिक के खिलाफ था,उबाल भी इस कदर था कि सपा जिलाध्यक्ष को महिलाओं के हंगामें के बीच कार्यालय छोड़कर भागना पड़ा। 
जानकारी के अनुसार हाल ही में सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक द्वारा सपा की जिला कार्यकारिणी की घोषणा की है, लेकिन कार्यकारिणी को लेकर कुछ नेताओं में रोष व्याप्त है, जिसके विरोध में सपा कार्यालय के बाहर सौदान गुर्जर, केके यादव व मौ. ताहिर जिलाध्यक्ष के खिलाफ धरने पर बैठे हुए थे। उनका आरोप था कि जिलाध्यक्ष  संगठन में जिले की ही लोगों की अनदेखी की गई है,6 जिला उपाध्यक्ष में से 5 उपाध्यक्ष महानगर के है, जिला महासचिव व जिला कोषाध्यक्ष महानगर शहर के व्यक्ति है। 51 सदस्यों की कमेटी में कम से कम 42 व्यक्ति महानगर के है। उन्होंने इस दौरान जिलाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी भी की। लेकिन सबसे बड़ा टिवस्ट तो तब आया जब कुछ सपा महिला नेत्री कार्यालय पर पहुंची और उन्होंने भी सपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। महिला का आरोप था कि जिलाध्यक्ष महिलाओं को सम्मान नहीं देता,अभ्रदता करता है। सपा नेत्री राजदेवी,रश्मी चौधरी ,आशा सचदेवा, मुध चौधरी आदि ने धरने पर बैठे लोगों का समर्थन करते हुए जिलाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई, जिसकों देखते हुए सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक कार्यालय छोड़कर वहां से निकल लिए और गाड़ी में बैठकर चले गए। वहीं महिलाएं भी काफी दूर तक नारेबाजी करती हुई गाड़ी के पीछे पहुंची।
Previous Post Next Post