रिपोर्ट :- अजय रावत
उत्तरप्रदेश :-
चिरैया फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष तरुणिमा श्रीवास्तव ने बताया की बुलंदशहर मैं रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी ने अपने जनपद में सर्वोच्च अधिकारी के कार्यप्रणाली और पारदर्शिता को लेकर सवाल पूछना भारी पड़ गया और उन्होंने उनकी गलत कामों पर आवाज उठाई तो उन पर SC/ST एक्ट लगाकर मुकदमा करवा कर बंधक बना लिया है वरिष्ठ पत्रकार समाजसेवी हरि अंगिरा ने जिन्होंने समाज के उत्थान के लिए कई काम किया 40 वर्षों से उनका उद्देश्य समाज में सुधार करना ही जीवन का लक्ष्य है और समाज के हित के लिए एक आंदोलन की शुरुआत की इसमें आम जन के लिए ₹5 में भरपेट भोजन का प्रबंध ,लाल कपड़ा आंदोलन जिसमें बेटियों की सुरक्षा को लेकर मांग उठाई गई बुलंदशहर और आसपास के कई जिलों में कन्या स्कूलों में जाकर बेटी सुरक्षा के लिए लाल कपड़े का इस्तेमाल कर अपनी आवाज बनने और सुरक्षा का मुहिम चलाया और अब पर्यावरण और जलवायु सुधार को लेकर जन जागरूक अभियान चला रहे है एक लाख से ऊपर पेड़ पोधे लगा चुके है 40 सालों से जो व्यक्ति समाज के सुधार के लिए कार्य कर रहा है उसके साथ यह अन्याय और अत्याचार समाज के उस हर वर्ग के लिए शर्मसार करने वाली है जो सच को उठाने की मांग तो करता है परंतु प्रशासन के डर से चुप रह जाता है अगर आज हम लोगों ने सच्चे पत्रकार और समाजसेवी हरि अंगिरा के साथ खड़े नहीं हुए तो यूं ही सरकार और प्रशासन द्वारा आने वाली सच्ची आवाजों को दबा दिया जाएगा भ्रष्टाचार और अन्याय समाज में तांडव करेगा और हम कमजोर मूक व्यक्ति बनकर खड़े देखते रहेंगे आज सभी वर्गो को एक साथ खड़े होकर सच के साथ खड़े होने की जरूरत है सभी मिलकर एक साथ आवाज उठाएं नहीं तो कमजोर और गुलाम बनने में ज्यादा समय नहीं लगेगा अगर हमारी पूर्वज अत्याचार से डर जाते तो हमारा देश कभी आजाद नहीं होता हमें फिर आज आजाद विचारों की जरूरत है तरुणिमा श्रीवास्तव सरकार से न्याय की अपील करती है व सही जांच कर वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी हरी अंगिरा को रिहा किया जाए