रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी
गाजियाबाद :-
सरदार इंद्रजीत सिंह टीटू का कहना है शहर के बीचो बीच एक मां ने अपने 20 साल के जवान बच्चे को खो दिया बिना इलाज के और मृतक शरीर को लाया गया रिक्शा में --- माननीय मुख्यमंत्री जी कब तक बड़े-बड़े दावे करके जनता को भ्रमित किया जाएगा इस महामारी के समय करोड़ों अरबों रुपया खर्च हो रहा है हर दूसरे दिन कोई ना कोई ऐसा दुखद हादसा हो जाता है जो झंझार कर रख देता है क्या वजह है इसकी ?
-जब कोई विपक्ष का नेता इस तरीके की बात को उठाता है तो कई सारे सवालों से उस को घेर लिया जाता है -----विपक्ष का केवल मतलब आप पर उंगली उठाना नहीं है ----अगर कुछ बातों पर सवालिया निशान है तो उन बातों को आप के दरबार तक पहुंचाना भी कारण हो सकता है ---
--------किसी भी तरीके से इस तरीके के हादसे को रोका जा सके
-परिवार का जाने वाला बच्चा जो ---( किसी का पुत्र है --किसी का भाई है--किसी का पति हो सकता है
ऐसे दुख हादसों की वजह से ( किसी पर कार्रवाई कर देना या उसको अपनी जिम्मेवारी से हटा देना कोई विकल्प नहीं है )--बात कहने का तात्पर्य यह है की जांच हो और जिस कारण की वजह से इलाज ना मिल पा रहा हो उसका सुधार करना अति आवश्यक होना चाहिए---- एक जिम्मेवार आदमी के जाने के बाद दूसरा जिम्मेवार व्यक्ति इससे अच्छा आएगा या इससे बुरा आएगा यह काम की शैली के बाद ही पता लग पाता है)
निवेदन के साथ ----अपनी बात समाप्त करता हूं---- अभी लंबी लड़ाई है दिन प्रतिदिन महामारी का प्रकोप बढ़ रहा है ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकना मानवता को बचाना है---- किसी पर उंगली उठाना नहीं है--- मुख्य विषय--)
इंद्रजीत सिंह टीटू
आमजन की आवाज को आप के दरबार तक पहुंचाने वाला एक छोटा सा कार्यकर्ता