रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :-
सिहानी गेट थाना क्षेत्र के राजनगर एक्सटेंशन से अपहृत बिल्डर एवं इंजीनियर विक्रम त्यागी का अबतक कोई सुराग नहीं मिल सका है। मुरादनगर के भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी ने इस मामले में पुलिस के आलाधिकारियों से वार्ता कर घटना के आरोपियों की धरपकड़ व विक्रम को सकुशल बरामद करने को कहा है। अपहरण के इस मामले में थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच समेत कुल पुलिस की आठ टीमें टीमें लगातार ताबड़तोड दबिश मार रही है। रात्रि में पुलिस ने हापुड़ के सिंभावली समेत अन्य स्थानों के साथ-साथ मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर समेत कई अन्य शहरों में दबिश दी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी। बता दें कि दो दिन पूर्व रविवार देर रात घर लौटते वक्त विक्रम त्यागी रहस्यमय ढंग से गायब हो गये,उनकी कार खून से सनी मुजफफरनगर में बरामद हुई। अपहरण के इस मामले में पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि बिल्डर विक्रम का अपहरण लूट के लिये नहीं हुआ,ना ही फिरौती वसूलने के लिये। आखिर इस घटना में किसी गैंग का हाथ है। इसे लेकर सिहानी गेट के थाना प्रभारी निरीक्षक दलीप सिंह बिष्ट का कहना है कि बिल्डर की तलाश में लगातार पुलिस की टीमें मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर व हापुड़ में दबिश दे रही है। लेकिन अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। वहीं परिजनों से भी इस बाबत पूछताछ की जा रही है कि उनकी किसी के साथ दुश्मनी तो नहीं थी। इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है। जांच के तहत मुरादनगर गंग नहर से लेकर मुजफ्फरनगर गंगनहर में भी गोताखोर पुलिस के साथ विक्रम की तलाश में जुटे हैं। बता दे कि विक्रम त्यागी (37) राजनगर एक्सटेंशन की केडीपी ग्रैंड सवाना सोसायटी में परिवार के साथ रहते है। उनकी राजेश्वर कंस्ट्रक्शन के नाम से फर्म है।शुक्रवार शाम करीब सात बजे पटेल नगर स्थित ऑफिस से घर के लिए चले थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे। देर रात तक विक्रम घर न आने पर परिजनों ने फोन कर उनसे संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन उनके फोन का स्विच ऑफ मिला। जिसके बाद परिजनों विक्रम की खोज शुरू कर दी, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका है। मामले को लेकर परिजन सोमवार को भी एसएसपी कलानिधि नैथानी से मिलें ओर भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी ने इस मुददे पर पार्टी नेताओं के साथ वार्ता कर इस सबंध में पुलिस के अधिकारियों से घटना को लेकर गंभीर रूख अख्तियार करने को कहा है।
◼एसपी सिटी डॉ. मनीष मिश्र के नेतृत्व में चार इंस्पेक्टर, दो सीओ के अलावा क्राइम ब्रांच व साइबर सेल सहित आठ टीमें जुटी हैं। हर एंगल पर जांच की जा रही है। अभी तक रंजिश की भी कोई बात सामने नहीं आई है। जोन के सभी जनपदों की पुलिस के साथ समन्वय किया जा रहा है। जल्द ही मामले का पदाफाश कर दिया जाएगा।
कलानिधि नैथानी, एसएसपी