रिपोर्ट :- गजेंद्र सिंह


नई दिल्ली :-
         जिस्मफरोशी के धंधे की ‘महारानी’ कही जाने वाली सोनू पंजाबन उर्फ गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन के खिलाफ देश के कई राज्यों में जिस्मफरोशी के आरोप में मामले दर्ज हैं। सोनू ने कई लड़कियों के साथ साथ 4 लड़कों की भी जिंदगी बर्बाद कर दी। दरसअल सोनू ने चार शादियां की और चारों पति एनकाउंटर में मारे गए। 

हाल ही में खुद भी उसने तिहाड़ जेल में जहरीली दवाई पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि उसे दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी हालत अब ठीक है। 

कौन है सोनू पंजाबन
दल्ली के गीता कालोनी की रहने वाली सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है।  कुख्यात गैंगस्टर हेमंत उर्फ सोनू से जब इश्क हुआ तो अपना नाम सोनू पंजाबन रख लिया। उसके सेक्स रैकेट में मॉडल, कॉलेज की लड़कियां शामिल रही हैं। इसके रैकेट के दर्जनों दलाल और लड़कियां कई राज्यों में फैली थीं। सोनू पर हत्या से लेकर जिस्मफरोशी के दर्जनों केस दर्ज हैं। वह उत्तर भारत का सबसे बड़ा सैक्स रेकेट चलाती थी, वहीं दिल्ली में एक समय पर इसके करीब 20 से अधिक सेक्स अड्डे थे, जिनसे वह प्रतिदिन लाखों रुपए कमाती थी। 

सोनू पर क्या है आरोप 
द्वारका की पोक्सो अदालत ने 12 साल की लड़की का अपहरण, जबरन देह व्यापार और मानव तस्करी के मामले में दोषी ठहराया है। मामले के मुताबिक, साल 2006 में नाबालिग लड़की छठी क्लास में पढ़ रही थी, तब उसकी दोस्ती संदीप नाम के शख्स से हुई थी। 2009 में संदीप उससे शादी करने के बहाने दिल्ली के एक इलाके में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद संदीप ने पीड़िता को अलग-अलग लोगों को 10 बार बेचा।

इसके बाद पीड़िता को सोनू पंजाबन को सौंपा गया। सोनू ने पीड़िता को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया। इस दौरान पीड़िता को नशे के इंजेक्शन दिए गए, उसे दिल्ली के अलावा हरियाणा और पंजाब भी भेजा गया। सतपाल नाम के शख्स ने बच्ची से जबरन शादी कर ली, लेकिन पीड़िता उसके चंगुल से भागकर नजफगढ़ थाने पहुंची। क्राइम ब्रांच डीसीपी भीष्म सिंह की टीम ने सोनू पंजाबन और संदीप को गिरफ्तार किया था। अब अदालत ने दोनों को अपहरण, दुष्कर्म, पोक्सो और मानव तस्करी की संगीन धाराओं में दोषी करार दिया है।
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