रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
        जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में सोमवार को कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव, रोकथाम तथा संक्रमित रोगियो के निजी चिकित्सालयों में उपचार कराने में शुल्क के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई। 

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कोरोना संक्रमण पॉजिटिविटी के चलते क्रिटिकल केयर के बेड की कमी महसूस हो रही है साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त मरीजों के संबंध में प्रायः यह देखा जा रहा है कि निजी चिकित्सालय में भुगतान के आधार पर मरीजों की संख्या कम है एवं उनके बेड का पूरा उपयोग नहीं हो पा रहा है जिस पर जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न निजी अस्पतालों से आए प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि क्रिटिकल केयर के लिए जनपद में L2/L3 लेवल के चिकित्सालय में बेड की कमी होने की दशा में निजी कोविड चिकित्सालयो के 50% बेड कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त मरीजों के उपचार हेतु आरक्षित किए जाएंगे एवं संदर्भित मरीजों  को आयुष्मान भारत की दर पर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निजी चिकित्सा महाविद्यालयों के अस्पतालों को अध्यापेक्षित किए जाने के निर्देश दिए गए तथा उन्हें आयुष्मान भारत की दर पर मरीजों की चिकित्सा के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने बताया कि इसके लिए  सरकार द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है जो जनरल वार्ड के मरीजों के लिए रु0 1800 प्रतिदिन, एच0डी0यू0 के मरीजों के लिए रु0 2700 प्रतिदिन,आई0सी0यू0( वेंटीलेटर रहित) के मरीजों के लिए रु0 3600 प्रतिदिन एवं आई0सी0यू0(वेंटीलेटर सहित) के मरीजों के लिए रु0 4500 प्रतिदिन दी जा रही है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन के गुप्ता, नगर स्वास्थ्य अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।
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