रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :-
जैन मिलन गाजियाबाद व जैन मंदिर संजयनगर के कोषाध्यक्ष प्रद्युम्मन जैन ने शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी शिक्षकों ने आॅनलाइन क्लास के जरिए विद्यार्थियों को शिक्षित किया, उसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती है। प्रद्युम्मन जैन ने कहा कि कोरोना काल में राष्ट्र निर्माता शिक्षकों के खिलाफ कुछ लोगों ने नकारात्मक अभियान चलाया और उन्हें समाज के सबसे बडे खलनायक के रूप में प्रस्तुत किया। यहां तक कि उन्हें नरभक्षी पिशाच तक की संज्ञा दी गई, इस सबके बावजूद शिक्षकों ने बिना विचलित हुए या घबराए अपना प्रयास जारी रखा और पहले से अधिक मेहनत कर आॅनलाइन क्लास में बच्चों को पढाकर उनका एक वर्ष खराब होने से बचा लिया। उनके इस प्रयास की सराहना दिल्ली हाई कोर्ट व खुद प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की। दिल्ली हाई कोर्ट ने तो यहां तक कहा कि आॅनलाइन पढाना कोई बच्चों का खेल नहीं है। इसके लिए शिक्षकों को पहले भी अधिक मेहनत करनी पड रही है। नियमित कक्षाओं में आमने-सामने छात्रों को आॅनलाइन पढाने के शिक्षकों के प्रयास की तुलना दूर-दूर तक नहीं की जा सकती है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि हम जब भी अपनी सफलता की जीवन यात्रा को देखते हैं तो हमें किसी ना किसी शिक्षक की याद आती है। कोरोना के संकट काल में शिक्षकों के सामने समय के साथ बदलाव की चुनौती सामने आई तो उन्होंने ना सिर्फ इस चुनौती को स्वीकार किया वरन इसे अवसर में भी बदल दिया।