रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी


गाजियाबाद :-
      विजय नगर थाना क्षेत्र में बीती पांच अगस्त से शांतिपूर्ण ढंग से रिहायशी इलाके में खुले शराब के ठेके के खिलाफ धरना-प्रदर्शन और अनशन कर रही महिलाओं के साथ आज ठेके के संचालक और उसके साथ आए करीब एक दर्जन लोगों ने मारपीट और बदसलूकी की। 

हमलावरों ने धरना स्थल पर लगे बैनर भी फाड़ डाले और वहां रखी कुर्सियां और तखत-पलंग उलट-पलट दिए। महिलाओं का आरोप है कि हमलावरों की इस करतूत में इलाके के चौकी प्रभारी की भूमिका संदिग्ध है।

गौरतलब है कि विजयनगर थाना क्षेत्र के मुहल्ला भूड़ भारत नगर में राम मंदिर शिलान्यास वाले दिन ही सरकारी ठेके की दुकान खोल दी गई। मुहल्ले के लोगों खासकर महिलाओं ने इसका विरोध जताया। उसी दिन से वहां धरना-प्रदर्शन चल रहा है। इस मामले को लेकर नगर मजिस्ट्रेट को इलाके के लोगों और धार्मिक स्थलों जिनमें दो मंदिर, एक गुरुद्वारा, मस्जिद और आर्य समाज भी है सभी के प्रधान लिखित विरोध पत्र सहित ज्ञापन दिया और ठेका हटवाने की मांग की।

लोगों का कहना था कि जिस मकान में ठेका खोला गया है, उसी में मकान मालिक का परिवार और कई किराएदारों के परिवार रहते हैं। जबकि पूरा इलाका रिहायशी है। नगर मजिस्ट्रेट के आश्वासन के बाद शांतिपूर्ण ठंग से महिलाएं धरना प्रदर्शन करती रहीं। इतने पर भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई और वहां शराब के ठेके के साथ ही बीयर की दुकान भी शुरू करा दी गई तो महिलाएं अनशन पर बैठ गईं। महिलाओं के अनशन पर बैठने के चार दिन बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित टीम जिसमें एडीएम सिटी शेलेंद्र प्रताप सिंह के अलावा पुलिस अधीधक नगर और जिला आबकारी अधिकारी मौके पर पहुंचे और महिला का अनशन खुलवाते हुए ठेके को जल्द शिफ्ट कराने का वायदा किया। अफसरों के आश्वासन के बावजूद आज तक जहां ठेका खुला हुआ है, वहीं आज दोपहर करीब तीन बजे ठेके का संचालक अपने साथ दो अन्य गाड़ियों से ठेके पर पहुंचा। 

धरना दे रही महिलाओं का आरोप है कि ठेका संचालक और उसके साथ आए एक दर्जन लोगों ने उनके साथ न सिर्फ मारपीट और बदसलूकी की, बल्कि धरना स्थल पर लगे बैनर फॉड़ डाले और कुर्सियां और मेज तक फेंक दीं। जिस वक्त ये घटना हुई उससे कुछ देर पहले मौके पर इलाके का चौकी इंचार्ज मौजूद था, मगर ठेका संचालक के आने से चंद वक्त पहले ही एक फोन पर बात करके वह मौके से चला गया। महिलाओं के मुताबिक ठेका मालिक और उसके साथियों के चले जाने के बाद दोबारा चौकी प्रभारी ने वहां पहुंचकर महिलाओं से अभद्रता की। महिला ठेके मालिक को शासन-प्रशासन की शह होने और मामले में राजनैतिक दवाब होने का आरोप लगा रही हैं। 

समाचार लिखे जाने तक घटना से इलाके में रोष है, वहीं मौके पर पुलिस बल तैनात था। इस मामले में अभी तक किसी भी तरह की शिकायत पुलिस में नहीं की है।
क्या मंत्री जी का है ठेके मालिक से फेमिली रिलेशन ?

ठेके के खिलाफ आंदोलन चला रहीं महिलाओं का कहना है कि ठेका मालिक उनके साथ बदसलूकी करते वक्त अपने को बजरंग दल का नेता बता रहा था जबकि स्थानीय विधायक और प्रदेश के मंत्री अतुल गर्ग का संबंधी होने का दावा करते हुए धमकी दे रहा था कि पुलिस और प्रशासन उसका कुछ नहीं बिगाड़ेगा। महिलाओं का आरोप है कि पहले भी ठेका संचालक मंत्री की रिश्तेदारी की बात कहकर उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दे चुका है।

मंत्री जी क्वॉरेंटिन, फोन पर रिश्तेदारी से किया इंकार

महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोपों की बाबत सिटी न्यूज़ हिंदी के संवाददाता ने पहले तो मंत्री जी से फोन पर बात करने की कोशिश की। जब उनके फोन से संपर्क नहीं हुआ तो उनके आवास और केंप कार्यालय पर लगे फोन पर संपर्क किया गया। फोन उठाने वाले व्यक्ति से जब मंत्री जी से बात कराने को कहा गया तो उसने बताया कि कोरोना की चपेट में आने के बाद से जबसे मंत्री जी ठीक होकर अस्पताल से घर आए हैं होम क्वॉरेटीन हैं। जब फोन करने वाले शख्स से मंत्री जी की किसी ठेका संचालक से रिश्तेदारी की बाबत पूछा गया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया।
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