रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी
गाजियाबाद :-
बीती पांच अगस्त से शांतिपूर्ण ढंग से रिहायशी इलाके में खुले शराब के ठेके के खिलाफ धरना-प्रदर्शन और अनशन कर रही महिलाओं के साथ कल ठेके के संचालक और उसके साथ आए करीब एक दर्जन लोगों ने मारपीट और बदसलूकी की थी।
हमलावरों ने धरना स्थल पर लगे बैनर भी फाड़ डाले और वहां रखी कुर्सियां और तखत-पलंग उलट-पलट दिए थे। इस घटना की जानकारी मिलने पर यूपी के पूर्व ऊर्जा मंत्री सतीश शर्मा आज महिलाओं से मिले और योगी सरकार पर निशाना साधा।
पूर्व ऊर्जा मंत्री सतीश शर्मा ने कहा कि धर्म के नाम पर बनी सरकार धार्मिक स्थलों और रिहायशी इलाकों के पास ही शराब के ठेके खुलवा रही है। इसका विरोध कर रही महिलाओं पर भी हमले हो रहे हैं। कल महिलाओं के साथ हुई घटना और ठेका संचालक के खुद को मंत्री का नजदीकी बताने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई।
गौरतलब है कि विजयनगर थाना क्षेत्र के मुहल्ला भूड़ भारत नगर में राम मंदिर शिलान्यास वाले दिन ही सरकारी ठेके की दुकान खोल दी गई। मुहल्ले के लोगों खासकर महिलाओं ने इसका विरोध जताया। उसी दिन से वहां धरना-प्रदर्शन चल रहा है। इस मामले को लेकर नगर मजिस्ट्रेट को इलाके के लोगों और धार्मिक स्थलों जिनमें दो मंदिर, एक गुरुद्वारा, मस्जिद और आर्य समाज भी है सभी के प्रधान लिखित विरोध पत्र सहित ज्ञापन दिया और ठेका हटवाने की मांग की।
लोगों का कहना था कि जिस मकान में ठेका खोला गया है, उसी में मकान मालिक का परिवार और कई किराएदारों के परिवार रहते हैं। जबकि पूरा इलाका रिहायशी है। नगर मजिस्ट्रेट के आश्वासन के बाद शांतिपूर्ण ठंग से महिलाएं धरना प्रदर्शन करती रहीं। इतने पर भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई और वहां शराब के ठेके के साथ ही बीयर की दुकान भी शुरू करा दी गई तो महिलाएं अनशन पर बैठ गईं। महिलाओं के अनशन पर बैठने के चार दिन बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित टीम जिसमें एडीएम सिटी शेलेंद्र प्रताप सिंह के अलावा पुलिस अधीधक नगर और जिला आबकारी अधिकारी मौके पर पहुंचे और महिला का अनशन खुलवाते हुए ठेके को जल्द शिफ्ट कराने का वायदा किया।
अफसरों के आश्वासन के बावजूद आज तक जहां ठेका खुला हुआ है, वहीं कल दोपहर करीब तीन बजे ठेके का संचालक अपने साथ दो अन्य गाड़ियों से ठेके पर पहुंचा। धरना दे रही महिलाओं का आरोप है कि ठेका संचालक और उसके साथ आए एक दर्जन लोगों ने उनके साथ न सिर्फ मारपीट और बदसलूकी की, बल्कि धरना स्थल पर लगे बैनर फॉड़ डाले और कुर्सियां और मेज तक फेंक दीं। जिस वक्त ये घटना हुई उससे कुछ देर पहले मौके पर इलाके का चौकी इंचार्ज मौजूद था, मगर ठेका संचालक के आने से चंद वक्त पहले ही एक फोन पर बात करके वह मौके से चला गया। महिलाओं के मुताबिक ठेका मालिक और उसके साथियों के चले जाने के बाद दोबारा चौकी प्रभारी ने वहां पहुंचकर महिलाओं से अभद्रता की।
महिला ठेके मालिक को शासन-प्रशासन की शह होने और मामले में राजनैतिक दवाब होने का आरोप लगा रही हैं। आज भी घटना से इलाके में रोष है, वहीं मौके पर पुलिस बल तैनात था। इस मामले में अभी तक किसी भी तरह की शिकायत पुलिस में नहीं की है। लेकिन बजरंग दल के ट्वीटर हेंडल पर संगठन का नाम खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है।