रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :-
       विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बीके शर्मा हनुमान ने बताया कि आज बैकुंठ चतुर्दशी का शास्त्रो में विशेष महत्व बताया गया है  इस दिन मृत्यु को प्राप्त होने वाले व्यक्ति को सीधे स्वर्ग लोक में स्थान की प्राप्ति होती है इस दिन भगवान विष्णु के साथ भगवान शिव की भी पूजा की जाती है इस दिन शिवजी और विष्णु जी की पूजा करने से सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं बैकुंठ चतुर्दशी के दिन सुबह के समय भगवान शंकर की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए साथ ही भगवान विष्णु की पूजा भी पूरे विधि विधान के साथ करनी चाहिए दरअसल चतुर्मास के दौरान भगवान विष्णु अपना सारा कार्यभार भगवान शंकर को सौपकर  निंद्रा में चले गए थे और चार महीने बाद बैकुंठ चतुर्दशी के दिन निद्रा से उठे हैं और भगवान शंकर का पूजन करते हैं और भगवान शंकर फिर से उन्हें सृष्टि का सारा कार्यभार सौंप देते हैं आज के दिन इस वर्ष जिस घर में किसी की भी कोई मृत्यु हो जाती है तो आज के दिन उन्हीं के नाम से गंगा तट पर दीया जलाने का प्रावधान है दीया जलाने से मृतक की आत्मा को शांति मिलती है और उस स्वर्ग का वास होता है
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