रिपोर्ट :- सिटी न्यूज़ हिंदी


गाजियाबाद :-
      प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष व विश्व आयुर्वेद परिषद सदस्य बीके शर्मा हनुमान ने बताया कि एक दिसंबर को पूरे विश्व में एड्स दिवस मनाया जाता है एड्स एक ऐसी भयानक बीमारी है जो इंसान को जीते जी मार देती है असुरक्षित यौन संबंधों दोषपूर्ण रक्त बदलने या अन्य कार्यको से होने वाला यह रोग आज अपने भयानक रूप में पहुंच चुका है विश्व भर में कई लोग इस भंवरे के ढंग से अपनी जान गवा चुके हैं एड्स के नियंत्रण में सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है सभी सरकारी अस्पतालों में एचआईवी की जांच एवं इससे संबंधित दवाएं मुफ्त दी जाती है एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने वाले व्यक्ति की भी पहचान को अस्पताल गोपनीय रखता है एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के साथ हमें भी सामान्य व्यवहार करना चाहिए यदि देश का प्रत्येक व्यक्ति केंद्र सरकार व राज्य सरकारों के प्रयासों में सहयोग करते हुए व्यक्तिगत एवं सामाजिक स्तर पर भी एचआईवी संक्रमण और एड्स जैसी जानलेवा बीमारी को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प लेकर इसके विरुद्ध लड़ाई करने की ठान ले तो यही आने वाले कुछ वर्षों में इससे भारत को हमेशा के लिए मुक्ति मिल सकती है भारत के साथ-साथ इसे पूरे विश्व से समाप्त करने में भी हमें पूर्णरूपेण सहयोग करने की आवश्यकता है एड्स  की विभिन्न प्रकार से भी जांच का अनुभव होता है 1.जैसे किसी भी व्यक्ति का वजन बिना कारण महीने में 10 किलो कम हो जाना 2. एक दो महीने लगातार शरीर में बुखार का रहना थकान होना व पसीना आना 3.    1 महीने से अधिक समय तक दस्त होना और दवाइयों से आराम न होना 4.गर्दन बगल में जीवो की ग्रंथियों में सूजन आना 5.मुंह में तथा जीभ पर सफेद छाले पड़ना6. शरीर में खुजली या दाने होना7. लंबे समय तक दवाई लेने पर भी किसी बीमारी का ठीक न होना आदि रोगों से पहचान की जा सकती है इस अवसर पर डॉ डीपी नागर डॉक्टर संजय कुशवाहा डॉक्टर नूर मोहम्मद डॉ मनोज नेहवाल डॉक्टर के पी सरकार  सुभाष शर्मा डॉक्टर एनएस तोमर डॉक्टर राशिद डॉक्टर मुबशिसर  अली आदि मौजूद थे
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