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उत्तराखंड :- हरिद्वार कुंभ मेले की अधूरी तैयारियों को लेकर शनिवार को तीर्थ नगर की संत भड़क गए। जूना अखाड़े के संत मेला नियंत्रण भवन पर पहुंचे और धरना दिया।

इस दौरान संतों ने कहा कि हरिद्वार कुंभ में आने वाले संतों के लिए व्यवस्थाएं नहीं हैं। कहा कि साधु संत कहां रुकेंगे। जूना अखाड़ा के महामंत्री प्रेम गिरी के नेतृत्व में सीसीआर के गेट पर धरना दिया।

हरिद्वार में कुंभ विकास कार्यों के अंतर्गत बनाई गई दो सड़कों की गुणवत्ता निर्धारित मानकों पर फेल हो गई हैं। सूखी नदी पर निर्मित डबल लेन बो-स्ट्रींग पुल भी थर्ड पार्टी की तकनीकी जांच में फेल हो गया है। सड़कों और पुल की गुणवत्ता खराब होने से मेला के तकनीकी प्रकोष्ठ ने निर्माण एजेंसियों का जवाब तलब किया है। 

हरिद्वार में करोड़ों रुपये की लागत से कुंभ कार्य हो रहे हैं। अधिकतर कार्य पूरे हो चुके हैं। कुंभ मेला प्रशासन की ओर से निर्माण कार्यों के भुगतान कराने से पहले थर्ड पार्टी तकनीकी जांच कराई जा रही है। जांच में कई खामियां सामने आ रही हैं।

- चीला रोड (वीरभद्र बैराज ऋषिकेश से चंडी पुल तक) सड़क की मरम्मत, सुदृढ़ीकरण और प्रलेपन कार्य की गुणवत्ता नियंत्रण संस्था क्वालिटी ऑस्ट्रिया द्वारा थर्ड पार्टी जांच की गई। सड़क निर्माण कार्य के अलग-अलग जगहों से 23 सैंपल लिए गए। अधिकतर सैंपल जांच में फेल हो गए।

- कुंभ मेला के अंतर्गत हरिद्वार शहर में दिल्ली बाईपास मार्ग के सूखी नदी पर पूर्व निर्मित क्षतिग्रस्त 50 मीटर स्पान सेतु के स्थान पर डबल लेन बो-स्ट्रींग सेतु का निर्माण हुआ है। आईआरआई रुड़की द्वारा सेतु के 24 सैंपल लिए। सभी सैंपल गुणवत्ता मानकों में फेल आए हैं। 

- लोक निर्माण विभाग के अधीन ज्वालापुर-ललतारौ-चंडीघाट मार्ग के नवीनीकरण एवं सुधारीकरण कार्य का गुणवत्ता नियंत्रण संस्था क्वालिटी ऑस्ट्रिया की ओर से थर्ड पार्टी तकनीकी जांच की गई। इसमें कई जगहों से सैंपल लिए गए, जो कि फेल हो गए हैं।
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