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उन्नाव: उन्नाव जिले के असोहा इलाके के बबुरहा गांव के बाहर बुधवार को दलित समुदाय की 3 लड़कियां बेसुध मिलीं। अस्पताल ले जाने पर उनमें से 2 को मृत घोषित कर दिया गया। संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में 2 किशोरियों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। पोस्टमार्टम में ज़हरीला पदार्थ मिलने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक शरीर में जहरीले पदार्थ की मौजूदगी पाई गई है। अभी ये कहना मुश्किल है कि आख़िर ये ज़हरीला पदार्थ किस प्रकार का है? फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है। इस घटना में बची हुई लड़की हालत बेहद नाजुक है। 6 डॉक्टरों का पैनल पीड़िता का उपचार कर रहा है। 

हालांकि डाक्टर्स ने शरीर से मिले ज़हरीले पदार्थ के सैंपल को ले लिया है, जिसे लैब में जांच के लिए भेजा जायेगा। डॉक्टरों के अनुसार अभी ये कहना मुश्किल है कि आख़िर ये ज़हरीला पदार्थ किस प्रकार का है? लेकिन लड़कियों की मौत इसी ज़हरीले पदार्थ का वजह से हुई है। मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस कप्तान ने एफएसएल टीम को बुलाया है, जो घटनास्थल का रिक्रिएशन कर जांच करेगी।

उन्नाव घटना पर DGP सख्त, घटनास्थल का कराया जाएगा रीक्रिएशन
इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए डीजीपी (DGP) ने एडीजी जोन और आईजी से विस्तृत रिपोर्ट तलब कर ली है। इस बीच उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है। एफएसएल की टीम को बुलाया जा रहा है। घटनास्थल का रीक्रिएशन कराया जाएगा।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कई चीजों का खुलासा होगा-एसपी
इससे पहले एसपी ने कहा कि डॉक्टर्स द्वारा सस्पेक्टेड पॉइजनिंग की बात कही जा रही है, उस पर भी जांच हो रही है। एसपी ने साथ ही कहा कि परिवार के बयान के आधार पर भी जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कई चीजों का खुलासा होगा। उन्होंने कहा कि हम हर बिंदु पर जांच कर रहे हैं। वह चाहे डॉक्टर का बयान हो या फिर परिवार का।

पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक, टीम कर रही लगातार निगरानी- रिजेंसी हॉस्पिटल
कानपुर के रिजेंसी हॉस्पिटल के जन सम्पर्क अधिकारी परमजीत अरोड़ा ने बताया है कि उन्नाव से आई पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक है। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉ रश्मि कपूर के साथ 6 डॉक्टरों का पैनल पीड़िता का उपचार कर रहा है। पीआईसी और एनआईएस की टीम लगातार निगरानी कर रही है। पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि शरीर पर उसके कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। अभी तक सस्पेक्टेड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है।

जानिए क्या है मामला? 
गौरतलब है कि बबुरहा गांव में एक ही परिवार की 15,14 और 16 साल की तीन लड़कियां अपराह्न करीब तीन बजे जानवरों के लिए चारा लेने घर से निकली थीं। देर शाम तक वापस ना आने पर परिजनों ने उनकी तलाश की तो वे तीनों गांव के बाहर खेत में बेसुध पड़ी मिलीं। वे एक दुपट्टे से बंधी हुई थीं। उन्होंने कहा कि दो लड़कियों की मौत हो गई और तीसरी लड़की को गंभीर हालत में उन्नाव जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे कानपुर रेफर कर दिया गया।
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