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गाजियाबाद :- पार्टी से बगावत कर निर्दलीय पंचायत चुनाव लड़ रहे 4 लोगों को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी मावी और उनके पति पवन मावी को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहीं, लोनी के वार्ड-12 से निर्दलीय चुनाव रहीं परमिता कसाना और संघ पृष्ठभूमि से आने वाले उनके पति प्रदीप कसाना को भी निष्कासित किया है। शनिवार रात को पार्टी जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल की ओर से छह वर्ष के निष्कासन का लिखित आदेश जारी किया गया। उधर, पवन मावी ने कहा कि निष्कासन की कार्रवाई नियम विरुद्ध और पार्टी के नियम कानूनों के विपरीत है। पार्टी में व्यवस्था है कि पहले नोटिस दिया जाएगा और उसके बाद कार्रवाई होगी। हमें मामले में कोई नोटिस नहीं मिला है। इसलिए इस कार्रवाई को हम नहीं मानते हैं। पहले ही आशंका जताई गई थी पार्टी जल्द ही पवन मावी और लक्ष्मी मावी पर निष्कासन की कार्रवाई कर सकती है। 

शुक्रवार को नेहरू नगर स्थित पार्टी कार्यालय पर हुई मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के सामने कुछ पदाधिकारियों ने मावी परिवार के निर्दलीय चुनाव लड़ने का मुद्दा उठाया था। इसी बैठक में संकेत मिलते थे कि जल्द ही निष्कासन की कार्रवाई हो सकती है। शनिवार देररात पार्टी जिलाध्यक्ष ने निष्कासन का पत्र जारी किया, जिसमें लिखा गया कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के विरोध में चुनाव लड़ने और लड़ाने वाले भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को प्रदेश नेतृत्व की अनुमति पर छह वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है। कार्यकर्ता और पदाधिकारी के तौर पर पवन मावी और प्रदीप कसाना पर कार्रवाई की गई है। लक्ष्मी मावी पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष रही हैं, जबकि प्रदीप कसाना को पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और संघ परिवार की पृष्ठभूमि का माना जाता है। प्रदीप कसाना एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के बैनर पर शंभु दयाल कॉलेज से छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे हैं। इसलिए बताया जा रहा है कि पार्टी का एक वर्ग प्रदीप कसाना के निष्कासन के पक्ष में नहीं था।

पवन मावी ने पार्टी के नेतृत्व पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि क्या पूर्व मंत्री का परिवार पार्टी से बड़ा हो गया है। पार्टी वार्ड-6 और आठ में पूर्व मंत्री के परिवार के सामने टिकट घोषित नहीं कर पाई है। वहां पर टिकट होल्ड कर दिए गए हैं। अगर पार्टी मुरादनगर में टिकट होल्ड करके लड़ रही है तो फिर लोनी में भी एक-दो वार्ड पर टिकट होल्ड कर सकती थी, लेकिन यह पार्टी नेतृत्व की क्षमता पर सवाल है। हम इस निष्कासन को नहीं मानते हैं। प्रधानमंत्री मोदी में मेरी पूरी आस्था है और उन्हीं का फोटो पोस्टर पर लगाकर चुनाव लड़ रहा हूं।

भाजपा से टिकट न होने पर मावी परिवार की तीन महिलाएं निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। वार्ड 12 से रेनू मावी चुनावी लड़ रही हैं। वार्ड-13 से लक्ष्मी मावी मैदान में है, वहीं वार्ड-14 से नीतू मावी निर्दलीय चुनाव लड़ रही है। इसको लेकर भाजपा के अंदर सवाल उठ रहे थे कि बागी बने उम्मीदवार पार्टी के लिए चुनौती खड़ी कर सकते हैं।
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