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गाज़ियाबाद :- पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल (रजिस्टर्ड) के महानगर अध्यक्ष उदित मोहन गर्ग ने कहा कि गाजियाबाद नगर निगम कोरोना महामारी के कठिन समय में 15% हाउस टैक्स बढ़ाने जा रहा है। हमारा व्यापार मंडल लॉकडाउन से जूझ रहे आम आदमी पर डाले जाने वाले इस अतिरिक्त बोझ का पुरजोर विरोध करता है। साथ ही, हम गाजियाबाद नगर निगम के एमएनए को यह आइना भी दिखाना चाहते हैं कि आप के द्वारा ऑक्सीजन बैंक की जो रूपरेखा बनाई गई वह बिल्कुल निष्फल हो गई है। कोरोना महामारी के समय शहर के मुख्य स्थानों जैसे अस्पतालों, मोहल्ला क्लीनिक, मेडिकल स्टोर, वैक्सीनेशन केंद्रों पर और बैंकों आदि सार्वजनिक स्थलों पर निरंतर सैनीटाईज़ेशन की आवश्यकता है
क्योंकि इन स्थानों पर लोगों की भीड़ इकट्ठी होती है जिससे कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है।लेकिन निगम इस कार्य में भी बिल्कुल निष्क्रिय साबित हुआ है। यही कारण है कि लगातार मामले बढ़ रहे हैं और ग़ाज़ियाबाद उन शहरों की श्रेणी में नहीं आ पाया है जहाँ अनलॉक किया गया है। यदि निगम ने समय समय पर सैनीटाईज़ेशन किया होता तो कोरोना की दूसरी लहर इतनी भयावह ना हो पाती और शहर उन 20 शहरों की गिनती से बाहर होता जहाँ 600 से अधिक सक्रिय कोरोना मरीज हैं। व्यापार मण्डल ग़ाज़ियाबाद की महापौर आशा शर्मा से निवेदन करता है कि शहर की प्रथम नागरिक होने के नाते आप ऐसी व्यवस्था कराने की कृपा करें कि शहर में मुख्य स्थानों पर 24 घंटे में 2 या 3 बार सैनिटाइजेशन किया जाए। इससे ना सिर्फ कोरोना वायरस संक्रमण की दर कम होगी बल्कि शहर शीघ्र ही शासन द्वारा अनलॉक किये गए शहरों की सूची में आ जायेगा। इसी के साथ महापौर महोदया से निवेदन है कि एक जागरूकता अभियान भी चलाया जाए जिससे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए जाग्रत करके कोरोना की तीसरी लहर को आने से रोका जा सके।