जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे


सिटी न्यूज़ | हिंदी....✍🏻


गाजियाबाद :- शहरी क्षेत्र के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में प्रशासन काम कर रहा है। शहरी क्षेत्र के 100 वार्डों को 2 श्रेणी में बांटकर स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट कार्यक्रम को सभी वार्डों में लागू किया जा रहा है। पहले श्रेणी में जहां पर कोरोना संक्रमण के अधिक मामले हैं। वहां पर कंटेनमेंट जोन पॉलिसी को सख्ती से लागू कराया जाएगा। दूसरे जहां पर संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं या फिर शून्य हैं। वहां पर स्वैच्छिक कंटेनमेंट जोन पॉलिसी को लागू किया जाएगा। यहां पर आरडब्ल्यूए, एओए और स्थानीय वार्ड पार्षदों के माध्यम से निगरानी समितियां बनाई जाएंगी। प्रशासन का लक्ष्य है कि सक्रिय मरीजों की संख्या एक हफ्ते में 600 से नीचे की जाए।

डीएम अजय शंकर पांडेय का कहना है कि अब जिले में कोरोना सक्रिय मरीजों की संख्या एक हजार के नीचे आ गई है। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना नियंत्रण का प्रोग्राम काफी सफल रहा है। अब शहरी क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग मिलकर काम करेंगे। साथ ही स्थानीय लोगों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी। जहां पर कोरोना के कम मामले हैं या शून्य है वहां पर कोरोना दोबारा से न फैले, इसके लिए निगरानी समिति सक्रिय की जाएगी। लोग दो गज की दूर, सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य तौर पर पालन करें। इसके लिए निगरानी समिति विशेष तौर पर काम करेगी। ग्रामीण क्षेत्र में निगरानी समिति का फॉर्मूला विशेष तौर पर सफल रहा है। अब इसके अच्छे परिणाम शहरी क्षेत्र में भी देखने को मिल रहे हैं। इसके लिए यूनाइटेड फोरम ऑफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन ने मिलकर काम करने को भरोसा भी दिया है। इसके तरह से अन्य आरडब्ल्यूए ने भी मिलकर काम करने की इच्छा जताई है।
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