रिपोर्ट :- अजय रावत


गाज़ियाबाद :- गाजियाबाद परेंटस एसोसिएशन ने आज प्रदेश सरकार पर शिक्षा के मुद्दे पर उदासीन रुख अख्तियार करने पर सवाल खड़े किये है जहाँ एक तरफ प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री एवं माद्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा गोल - मोल आदेश जारी कर मीडिया में वाही वाही लूटने में व्यस्त है। वही ये गोल मोल आदेश अभिभावको को राहत न पहुचाकर सीधे निजी स्कूलों को  फायदा पहुँचा रहे है। अभिभावक छात्र / छत्राओ की ऑन लाइन क्लास बंद करने , रिजल्ट जारी नही करने और अगली क्लास में प्रमोट न करने की शिकायत जिला प्रशासन , शिक्षा अधिकारी और प्रदेश सरकार से कर -कर के तक गये है। लेकिन आज तक उत्तर प्रदेश के किसी भी निजी स्कूल पर कोई कार्यवाई नही की गई है। जो दिखाता है कि प्रदेश में अभिभावको की पीड़ा सुनने वाला कोई नही है। शिक्षा अधिकारियों द्वारा पेरेंट्स की शिकायत पर खाना पूर्ति के लिए नोटिस जारी किये जाते है जो निजी स्कूल रद्दी की टोकरी में डाल देते है लेकिन कार्यवाई के नाम पर शिक्षा अधिकारी भी चुप्पी साध लेते है जिसका सीधा फायदा उठा निजी स्कूल संचालक अभिभावको का शोषण जारी रखे हुये है 

उत्तर प्रदेश में निजी स्कूलो की मनमानी लूट पर रोक लगाने के लिए फीस अधिनियम 2018 बनाया गया लेकिन लगभग तीन साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इस फीस अधिनियम से परेंटस को कोई फायदा नही पहुँचा बल्कि उल्टे अभिभावक जिला प्रशासन , जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति , शिक्षा अधिकारी और माननीय न्ययालय के चक्कर काट रहे है फीस अधिनयम 2018 में भी सरकार ने इतने पेच फसा दिए है कि वो भी निजी स्कूलों को ही फायदा पहुँचा रहे है इसी पेचीदगी का फायदा उठा नजी स्कूलो ने सारे शुल्कों को ट्यूशन फीस में जोड़कर कंपोसिट फीस बना दिया है और अभिभावको से की जा रही लूट को और मजबूत कर दिया है 

जिले में बनी जिलास्तरीय शुल्क नियामक समिती भी निजी स्कूलों के  पूर्ण दबाब में है जो तीन साल में स्कूलो पर एक लाख रुपये जुर्माना करने तक अटके है लेकिन ना तो किसी भी नही स्कूल पर फीस अधिनयम के नियमानुसार 5 लाख का जुर्माना लगाया गया और ना ही किसी स्कूल की आदेश की अवेहलना एन. ओ. सी रद्द की गई जो दिखाता है कि इनके बड़े आका केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार में बैठे है जो सीधे निजी स्कूलों को सरक्षण दे रहे है 

जीपीए की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने बताया कि शिक्षा की देवी माँ सरस्वती को इन शिक्षा माफियो और सरकार में बैठे नीति निर्धारकों ने बंधक बना शिक्षा का व्यवसाईकरण कर शिक्षा को आम आदमी की पहुँच से दूर कर दिया है हमे पुनः देश के प्रत्येक बच्चे को सस्ती और सुलभ शिक्षा के सपने को साकार करने के लिए शिक्षा की देवी माँ सरस्वती को इन शिक्षा माफियाओ और नीतिनिर्धारको कि बेड़ियों से आजाद कराना होगा उसके लिये चाहे बलिदान ही क्यो ना देना पड़े जीपीए का प्रत्येक क्रांतिकारी सिपाही इस शिक्षा की आजादी की लड़ाई को लड़ने के लिए दृढ़ संकल्पित है और अपनी अंतिम सांस तक इस न्याय की लड़ाई को लड़कर अंजाम तक पहुचाने के लिए जी जान से पूर्ण इच्छाशक्ति के साथ तैयार है
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