रिपोर्ट :- अजय रावत


गाज़ियाबाद :- जब तक निजी स्कूलों की मनमानी नहीं थमती और केंद्र व प्रदेश सरकारें अभिभावकों के प्रति संवेदनशील नही होती, ग़ाज़ियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन चैन से नहीं बैठेगी, सार्थक करने में जुटी जीपीए की टीम ने उद्योग केंद्र राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को दिल्ली अवास पर जाकर निजी स्कूलो की मनमानी लूट और शिक्षा के बढ़ते व्यवसाईकरण पर रोक एवम सरकारी स्कूलो की बदहाली और जीर्णोद्धार के लिये सरकार से सार्थक कदम उठाने के लिये ज्ञापन सौपा और अवगत कराया कि पिछले 16 महीनो से कोरोना वैश्विक महामारी के कारण देश के निजी स्कूल बंद होने के बाद भी पेरेंट्स से पूरी फीस वसूल रहे है केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार इस गंभीर विषय पर चुप्पी साधे है जीपीए ने बताया को निजी स्कूलों द्वारा पेरेंट्स ने पिछले डेढ़ साल से कोई भी भौतिक सुविधा नही ली है जैसे

1 - क्लास रूम स्टडी  - बंद 
2 - पुस्कालय  - प्रयोग नही किया गया
3 - कंप्यूटर    - प्रयोग नही किया गया 
4 - लैब एवं उपकरण  - प्रयोग नही किया गया 
5  - खेल के मैदान - प्रयोग नही किया गया 
6  -  बिजली   - प्रयोग नही की गई 
7  -  पानी      - प्रयोग नही किया गया 
8  - ऐ.सी.     -  प्रयोग नही किया गया 
9   खेल कूद प्रतियोगिता   - बंद
10 - ट्रांसपोर्ट - प्रयोग नही किया        

उत्तर प्रदेश की राजनीति में अहम भूमिका एवं संसद के सदनों में एक मुखर आवाज, अनुप्रिया पटेल ने न केवल जीपीए की प्रयासों की सराहना की, बल्कि कुछ गूढ़ सूत्र भी दिये। यह बात भी निकल कर आई कि निजी स्कूलों की लूट से अब पूर्वांचल भी अछूता नहीं है। उन्होंने बताया किस तरह शिक्षा माफ़िया इस बात से सहानुभूति बनाये हुए हैं कि शिक्षकों की पगार बिना पूरी फीस वसूले नहीं दी जा सकती। सत्ता के गलियारों में शिक्षा माफियाओं की पकड़ जगजाहिर है। ऐसे में सच की आवाज कई बार दबाई जाती है पर अंततः विजय तो सत्य की ही होती है जीपीए ने उन्हें निजी शिक्षा जगत की अन्य चुनोतियों पर भी विस्तृत जानकारी दी।भेंटवार्ता इस मुस्कान के साथ पूर्ण हुई कि जब तक सत्य की जीत न हो सत्याग्रह अनवरत चलता रहे इस मौके पर जीपीए की अध्य्क्ष सीमा त्यागी , सचिव अनिल सिंह , प्रवक्ता विनय कक्कड़ , कौशल ठाकुर , जसवीर रावत , कौशलेंद्र सिंह , नरेश कसोना , विवेक त्यागी आदि मौजूद रहे
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