रिपोर्ट :- अजय रावत


गाज़ियाबाद :- मीराबाई चानू ओलंपिक में मेडल जीतने वालीं भारत की दूसरी वेटलिफ्टर बन गई हैं. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता। मीराबाई चानू से पहले 2020 के सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ‌ने कांस्य पदक जीता था।

ओलंपिक में पदक जीतने पर उनकी इस उपलब्धि पर देश में जश्न का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मीराबाई चानू को ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर बधाई दी। अपने बधाई संदेश में पीएम मोदी ने कहा, इससे अच्छी शुरूआत नहीं हो सकती, भारत उनके शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है, उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है। डॉक्टर अरोड़ा ने कहा कि ओलंपिक में पदक जीतने पर उनकी इस उपलब्धि पर देश में जश्न का माहौल है। डॉक्टर अरोड़ा ने अपने बधाई संदेश में कहा, यह एक अच्छी शुरूआत है और इसके बाद अभी भारत स्वर्ण पदक भी जीतेगा, भारत उनके शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है, उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है। उनके प्रदर्शन से पूरे देश में खुशी की लहर है। हर हिंदुस्तानी मीराबाई की महान उपलब्धि से खुद पर गर्व कर रहा है। 

खेल निदेशालय और खेल जगत फाउंडेशन की ओर से शुरू की गई टोक्यो ओलंपिक जागरूकता रिले जो शनिवार देर रात गाजियाबाद पहुंची थी उसका रविवार सुबह महामाया स्टेडियम में रिले में शामिल दल के साथ भव्य स्वागत किया गया। स्वागत समारोह में उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष डॉ पी एन अरोड़ा एवं राज्यसभा सांसद डॉ अनिल अग्रवाल ने उत्साह पूर्वक रिले में शामिल सदस्यों का स्वागत किया। डॉ अरोड़ा ने कहा कि यह गाजियाबाद एवं संपूर्ण उत्तर प्रदेश के लिए गर्व एवं हर्ष का विषय है कि मेडल जीतने वाली मीराबाई चानू के कोच विजय मोदीनगर के रहने वाले हैं। इस वजह से महिलाओं में खेलों के प्रति रुझान और आत्म विश्वास बढ़ेगा और वे ज्यादा से ज्यादा खेलों में भाग ले पाएंगी। 

डॉ अरोड़ा ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक खेलों में यूपी से भाग लेने जा रहे 10 खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और जनता की शुभकामनाएं उनको दिलाने के लिए ‘टोक्यो ओलंपिक जागरूकता रिले’ का आयोजन किया जा रहा है। यह रिले 18 मण्डलों और 51 जनपदों में 23 जुलाई से 04 अगस्त तक आयोजित की जा रही है.  रामपुर से शुरु होकर 3625 किमी की दूरी तय करते हुए विभिन्न जिलों से होते हुए रिले 04 अगस्त को लखनऊ पहुंचेगी. यहां उसका समापन कार्यक्रम होगा

गाजियाबाद से आगे हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, हाथरस होते हुए यह मथुरा पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि टोक्यो ओलंपिक्स 2020-21 को और एवं इसमें भाग लेने जा रहे भारतीय दल को प्रोत्साहित करने की पहल प्रदेश में पहली बार की जा रही है. इसमें खेल विभाग, उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ, उत्तर प्रदेश स्पेशल ओलपिंक संघ, उत्तर प्रदेश खोखो, उत्तर प्रदेश ग्रोपलिंग संघ, खेल जगत फाउंडेशन को विभिन्न जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही डॉ अरोड़ा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आयोजित टोक्यो ओलंपिक जागरूकता रैली के माध्यम से "खेलेगा उत्तर प्रदेश- बढ़ेगा उत्तर प्रदेश" का संदेश खिलाड़ियों में जाएगा और वह उत्साहित होंगे और उनका हौसला बढ़ेगा
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