रिपोर्ट :- नासिर खान
लखनऊ :- आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की सियासी गलियारों में आगामी वर्ष 2022 को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चहलकदमी बढ़ती जा रही है। ऐसे में सभी दलों ने तैयारी को लेकर कमर कस ली है। इसी क्रम में लखनऊ में आयोजित सोशल मीडिया वर्कशॉप में बीजेपी आईटी सेल के वर्कर्स और अधिकारियों व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया को 'बेलगाम घोड़ा' बताया है और कहा है कि इसका 'कोई माई-बाप' नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पर कंट्रोल के लिए ट्रेनिंग और तैयारियों की जरूरत है।
एक समाचार पत्र के अनुसार सीएम योगी ने पेगासस जासूसी कांड विवाद का हवाला देते हुए पार्टी के आईटी सेल के कार्यकर्ताओं से कहा कि सोशल मीडिया पर जवाब देने के लिए तैयार हो जाइए और किसी मुहूर्त का इंतजार मत कीजिए। पार्टी कार्यकर्ताओं को सतर्क करते हुए चेताया कि अगर वे सावधानी नहीं बरतते हैं तो फिर वे मीडिया ट्रायल का शिकार हो सकते हैं। भारत में मीडिया के बदलते स्वरूप उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब शक्तिशाली प्रिंट और टेलीविजन मीडिया के मालिक और संपादक हुआ करते थे, मगर सोशल मीडिया का कोई माई-बाप नहीं है। प्रिंट और विजुअल मीडिया में पहले कुछ लोग हुआ करते थे, जिनका नियंत्रण होता था, मगर सोशल मीडिया पर किसी का कंट्रोल नहीं है।