रिपोर्ट :- गजेंद्र रावत
नई दिल्ली :- पश्चिम बंगाल में भाजपा के लिए परेशानी बढ़ती जा रही है क्योंकि पार्टी से उनके नेताओं का पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को भी भाजपा विधायक विश्वजीत दास ने सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया। दास के साथ टीएमसी से जुड़ने वालों में भाजपा के काउंसलर मनोतोष नाथ भी थे। करीब 24 घंटे के अंदर भाजपा के लिए यह दूसरा झटका है। बता दें, पश्चिम बंगाल चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 77 सीटें जीती थी। दास के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अब भाजपा की 72 सीटें ही बची हैं।
सोमवार को टीएमस में सामिल होते हुए बिष्णुपुर के विधायक तन्मय घोष ने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त है। घोष ने दावा किया था कि भाजपा पश्चिम बंगाल के लोगों के बीच अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है, जिसके कारण वह टीएमसी में शामिल हो गए। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी से पश्चिम बंगाल के कल्याण के लिए टीएमसी में शामिल होने का आग्रह करता हूं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है।
घोष भी पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मार्च में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इससे पहले, घोष टीएमसी की युवा इकाई के बांकुड़ा जिले के बिष्णुपुर शहर के अध्यक्ष और स्थानीय नगर निकाय के पार्षद भी थे।