रिपोर्ट :- नासिर खान


प्रयागराज :- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इलाहाबाद उच्च न्यायालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए शनिवार को संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे। कोविंद वायुसेना (Air Force) के विशेष विमान से 11:30 बजे प्रयागराज के बम्हरौली हवाई अड्डे पहुंचे, जहां उनकी आगवानी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। विमानपत्तन से राष्ट्रपति सेना के विशेष हेलीकाप्टर से पोलो ग्राउंड पहुंचे। कोविंद वहां से विशेष कार से उच्च न्यायालय में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।       
यहां राष्ट्रपति ने मंच से बोलते हुए कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सन 1921 में भारत की पहली महिला वकील कोर्नीलिया सोराबजी को enroll करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया था। वह महिला सशक्तीकरण की दिशा में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का भविष्योन्मुखी निर्णय था। आज उच्चतम न्यायालय तथा उच्च न्यायालयों को मिलाकर महिला न्यायाधीशों की कुल संख्या 12 प्रतिशत से भी कम है। यदि हमें अपने संविधान के समावेशी आदर्शों को प्राप्त करना है तो न्याय-पालिका में भी महिलाओं की भूमिका को बढ़ाना ही होगा। सभी को समय से न्याय मिले, न्याय व्यवस्था कम खर्चीली हो, सामान्य आदमी की समझ में आने वाली भाषा में निर्णय देने की व्यवस्था हो, और खासकर महिलाओं तथा कमजोर वर्ग के लोगों को न्यायिक प्रक्रिया में भी न्याय मिले, यह हम सबकी ज़िम्मेदारी है।

कोविंद संगम नगरी में करीब 6 घंटे बितायेंगे। उच्च न्यायालय में आयोजित समारोह में मुख्य न्यायधीश एन वी रमना और केन्द्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू भी हिस्सा ले रहे हैं। कोविंद हाइकोर्ट परिसर में मल्टीलेबल पार्किंग, अधिवक्ता चेंबर, पुस्तकालय और प्रेक्षागार का शिलान्यास करेंगे। राज्य सरकार इसकी मंजूरी दे चुकी है। वकीलों के करीब 2600 चेंबर के निर्माण के लिये सरकार ने 600 करोड़ रूपए की धनराशि जारी की है। 

राष्ट्रपति हाइकोर्ट बार एसोसियेशन के लाइब्रेरी हाल का भी दौरा करेंगे। राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर संगम नगरी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। उच्च न्यायालय, पोलो ग्राउंड और सकिर्ट हाउस के रास्ते में तथा आसपास के क्षेत्रों में पतंग उड़ाने और ड्रोन के संचलन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। कार्यक्रम खत्म होने के बाद शनिवार को ही राष्ट्रपति कोविंद वापस राजधानी दिल्ली लौट जाएंगे।
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