रिपोर्ट :- गजेंद्र रावत


नई दिल्ली :- कोरोना महामारी को लेकर हर दिन नए- नए अध्ययन सामने आते रहते हैं। ऐसे में एक और स्टडी सामने आई है जिसमें बेहद अहम जानकारी सामने आई हैं। भारत में कोविड-19 के मामलों पर किए गए एक अध्ययन में  पाया गया कि 19 वर्ष तक की आयु के लोगों तथा महिलाओं के बीच संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा इस हफ्ते जारी कोविड-19 साप्ताहिक महामारी विज्ञान जानकारी के अनुसार, एक आबादी पर किया गया अध्ययन बीमारी की गंभीरता और मृत्यु दर समेत जनसांख्यिकीय विशेषताओं पर आधारित है। यह अध्ययन नॉन वेरिएंट ऑफ कंसर्न (B.1) स्वरूप और डेल्टा स्वरूप (B.1.617.2) से संक्रमित लोगों पर किया गया।

WHO ने  कहा कि कोविड-19 के 9,500 मरीजों के वायरल आनुवंशिक अनुक्रम का इस्तेमाल करते हुए इस अध्ययन में पाया गया कि युवाओं (0-19 साल के आयु वर्ग) और महिलाओं में संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ी और बी.1 स्वरूप के मुकाबले डेल्टा स्वरूप ने टीके की खुराक लेने के बाद लोगों को अपनी चपेट में अधिक लिया और इस स्वरूप के कारण अस्पताल में भर्ती होने तथा मरने वाले मरीजों की संख्या अधिक रही। 

ताजा जानकारी के अनुसार, दुनिया भर में कोविड-19 संक्रमण के साप्ताहिक मामले और मौत की संख्या लगातार कम हो रही है। 27 सितंबर से 3 अक्टूबर के दौरान कोरोना वायरस के 31 लाख से अधिक मामले आए और 54,000 लोगों की मौत हुई।

इस हफ्ते संक्रमण के मामलों में पिछले हफ्ते के मुकाबले 9 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई जबकि मृतकों की संख्या पिछले हफ्ते के बराबर रही। यूरोपीय क्षेत्र के अलावा इस हफ्ते सभी क्षेत्रों में संक्रमण के नए मामलों में कमी देखी गई।
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