रिपोर्ट :- अजय रावत


गाज़ियाबाद :- अश्विन शुक्ल पक्ष पंचमी ,सोमवार को श्री दुर्गा देवी मठ मन्दिर दिल्ली गेट ,जी टी रोड  गाजियाबाद मे श्रीपंचदशनाम जूना अखाडा के परम्परागत श्रीमहन्त होते आये है ,इस परम्परा मे पहले  श्रीमहन्त गौरी गिरि जी महाराज ,महन्त हरि गिरि जी ,महन्त परमानन्द गिरि जी महन्त वर्तमान मे महन्त परमानन्द गिरि जी के ब्रह्मलीन होने पर आज उनकी षोडशी भण्डारे से पूर्व ब्रह्म मुहुर्त मे 5;30 से लेकर 6:30 बजे तक महन्ताई कि चादर विधि से श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा की परम्परा मे श्री दुर्गा देवी मठ मन्दिर का महंत गिरिशानन्द गिरि जी को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के पदाधिकारियों द्वारा महन्ताई चादर विधि सम्पन्न हुई 

श्री दुर्गा देवी मन्दिर का महन्त जूना अखाड़ा ने महन्त गिरिशानन्द गिरि को नियुक्त किर महन्ताई चादर विधि विधान से की अध्यक्षता व दिशानिर्देश अन्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहन्त हरि गिरि जी महाराज महामंत्री अखिल भारतीय अखाडा परिषद् ने की एवं मुख्य अतिथि श्रीमद् देवी भागवत के प्रवक्ता वृन्दावन पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी महेशानन्द गिरि जी महाराज ,बालक गद्दी पंजाब के गादीपति श्रीमहन्त पृथ्वी गिरि जी महाराज, जूना अखाड़ा के अन्तराष्ट्रीय अध्यक्ष सभापति श्रीमहन्त प्रेम गिरि जी महाराज ,अन्तराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद ,श्रीमहन्त देवेन्द्र गिरि जी महाराज गांधी धाम गुजरात,सैक्रेटरी श्रीमहन्त महेश पुरी जी महाराज, सैक्रेटरी श्रीमहन्त शैलेन्द्र गिरि जी महाराज, श्रीमहन्त धीरज गिरि जी महाराज सहित जूना अखाड़ा के पदाधिकारियों एवं श्रीदुधेश्वर मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष श्रीधर्मपाल गर्ग ,यतेंद्र नागर ,सुरेश बंसल पुर्व विधायक एवं दुर्गा देवी मठ मन्दिर के भक्तो की उपस्थिति मे प्रातःकाल 5:30 बजे से मां बाला त्रिपुर सुन्दरी का पूजन ,मन्दिर मे स्थापित समस्त देवी देवताओं के पूजन के उपरान्त 6;30 बजे  गिरिशानन्द गिरि जी को महन्ताई चादर देकर विधि विधान करके श्री दुर्गा देवी मठ मन्दिर दिल्ली गेट गाजियाबाद का महन्त नियुक्त किया गया ,

आज से देवी मन्दिर की व्यवस्था एवं मठ की विकास करना उनका पूर्ण अधिकार होगा ,श्री दुर्गा देवी मठ मन्दिर  की सम्पति मन्दिर के विकास का अधिकार महन्त गिरिशानन्द गिरि जी महाराज को होगा कि भव्य दिव्य मठ मन्दिर बानाये ,मन्दिर की सम्पत्ति का क्रय विक्रय  सम्बन्धित किसी व्यक्ति को मठ का महन्त बनाने पर या किसी प्रकार चरित्र मे दाग लगने पर मन्दिर के संरक्षको को अधिकार होगा। जो वो महन्त पद से हटा सकते है  ,मन्दिर के संरक्षक  श्रीमहन्त हरि गिरि जी महाराज ,श्रीमहन्त प्रेम गिरि जी महाराज ,श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज रहेंगे,महन्ताई चादर का  विधि का कार्यक्रम 12 बजे तक चला तदोपरान्त 1 बजे ब्रह्मलीन महन्त परमानन्द गिरि जी का षोडशी भण्डारा किया गया एवं सभी साधु सन्तो महात्माओं को भेट पूजा देकर सन्तो की विदाई कि गई।एव सैकड़ों श्रध्दालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
Previous Post Next Post