◼️संगमनगरी में प्रयागवाल सभा की आपात बैठक, फैसला न बदलने पर दी सड़क पर उतरने की चेतावनी
सिटी न्यूज़ | हिंदी.....✍🏻
प्रयागराज :- विवादित बाबा यति नरसिंहानंद गिरि को जूना अखाड़ा का महामंडलेश्वर बनाने के पंच दशनाम जूना अखाड़े के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। प्रयागराज के तीर्थपुरोहितों ने इस निर्णय को गलत ठहराया है। तीर्थपुरोहितों की संस्था प्रयागवाल सभा ने यति के पट्टाभिषेक के विरोध में प्रस्ताव पारित किया है। इसमें जूना अखाड़े के इस निर्णय को न बदलने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
दारागंज में प्रयागवाल सभा की बैठक में चेताया गया कि अगर जूना अखाड़ा नरसिंहानंद को महामंडलेश्वर पद से नहीं हटाता है, तो तीर्थपुरोहित सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे। तीर्थपुरोहितों के मुताबिक, महामंडलेश्वर, पीठाधीश्वर जैसे पदों पर आसीन संतों के अच्छे कार्यों का समाज अनुसरण करता है, लेकिन विवादित बाबाओं या खराब छबि के लोगों को ऐसे पदों पर महिमामंडित किए जाने से गलत संदेश जाता है। ऐसे में इस निर्णय में सुधार की जरूरत है।
जूना अखाड़े पर पैसा लेकर पदवी बांटने का आरोप
पंचायती निर्मल अखाड़े के सचिव महंत देवेंद्र सिंह शास्त्री ने शनिवार को जूना अखाड़े पर पैसे लेकर महामंडलेश्वर की पदवी बांटने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि महामंडलेश्वर बनाए जाने की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। जब तक 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि पट्टाभिषेक में शामिल न हो, तब तक महामंडलेश्वर की वैधानिक मान्यता नहीं मिल सकती।