शरद पंत तथा उनकी पत्नी मलिका पंत को गिरफ्तार करके जेल ले जाती हुई पुलिस


रिपोर्ट :- वेदप्रकाश चौहान


हरिद्वार :- हरिद्वार में बीते दिनों आयोजित हुए कुंभ मेले में फर्जी तरीके से कोविड जांच के जरिए करोड़ों रुपये का घोटाला करने के मामले में मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज लिमिटेड के मालिक और उनकी पत्नी को नोएडा में उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर एक लाख से ज्यादा फर्जी कोविड-19 जांच करने का आरोप है। इस मामले की जांच उत्तराखंड की विशेष जांच टीम (एसआईटी) तथा प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है।

कुंभ मेला कोरोना टेस्टिंग घोटाले में पुलिस ने घोटाले के मुख्य अभियुक्त शरत पंत और उनकी पत्नी मल्लिका पंत को आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया। एसएसपी हरिद्वार की ओर से एसएसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता की गई, जिसमें उन्होंने घोटाले से जुड़े हुए कई महत्वपूर्ण सवालों का जवाब दिया। जब उनसे पूछा गया की क्या इस घोटाले में कुछ अफसर भी शामिल है और उनकी गिरफ्तारी की क्या संभावना है। इस सवाल के जवाब में एसएसपी हरिद्वार डाक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जांच अभी चल रही है और अभी किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी आरोपियों के बारे में जानकारी दी जाती रहेगी। एसएसपी ने यह भी बताया की अभी इसमें 5 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होनी है। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या इसमें कोई राजनीतिक व्यक्ति या प्रशासनिक अफसर है या नहीं तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया। 

वहीं दूसरी ओर पुलिस ने मल्लिका पंत और शरत पंत की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोनों कोरोना घोटाले में मुख्य आरोपी है और पिछले काफी समय से फरार चल रहे थे। उन्होंने बताया कि दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा अभी तक इस मामले में 3 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। वहीं नलवा लैब के डॉक्टर नवतेज नलवा को पुलिस गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। जबकि पुलिस का दावा है कि अभी 5 लोगों को और गिरफ्तार किया जाना है। मल्लिका और शरत मैक्स कॉर्पोरेट सर्विस की मालिक है। इन्होंने ही कुंभ मेला स्वास्थ विभाग से कोरोना टेस्टिंग का काम लिया था। जो दस्तावेज मैक्स सर्विस ने लगाए थे वह फर्जी पाए गए थे। जांच के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में प्रशासनिक जांच के बाद कुंभ मेला स्वास्थ्य अधिकारी डा. अर्जुन सिंह सिंगर और डॉक्टर त्यागी को स्वास्थ विभाग ने निलंबित कर दिया था अभी इनकी जांच चल रही है।

पुलिस आयुक्त आलोक सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि रविवार रात हरिद्वार पुलिस ने नोएडा के सेक्टर-48 में रहने वाले मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज लिमिटेड के डायरेक्टर शरद पंत (45) तथा उनकी पत्नी मलिका पंत (43) को गिरफ्तार कर लिया था। उनके खिलाफ हरिद्वार जिले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के अलावा आपदा प्रबंधन कानून व महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है। उन्होंने बताया कि आरोप के अनुसार, इन लोगों ने एक लाख से ज्यादा फर्जी आरटी-पीसीआर जांच की तथा उत्तराखंड सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाया। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद हरिद्वार रवाना हो गई।

पुलिस के अनुसार, पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले एक व्यक्ति विपिन को 22 अप्रैल को एक एसएमएस आया जिसमें बताया गया था कि उनकी कोविड जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। विपिन ने दावा किया कि उन्होंने कभी कोविड जांच करवाई ही नहीं थी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय अधिकारियों की इसकी शिकायत की। उन्होंने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को भी ई-मेल के जरिये अपनी शिकायत भेजी।
आईसीएमआर ने अपनी जांच में पाया गया कि विपिन का कोविड नमूना हरिद्वार में लिया गया था। उसके बाद उत्तराखंड स्वास्थ विभाग को मामले की जांच सौंप दी गई। जांच में पता चला कि यहां एक लाख से ज्यादा फर्जी कोविड टेस्ट किए गए हैं।
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