रिपोर्ट :- अजय रावत


गाजियाबाद :- थाना सिहानी गेट क्षेत्र पटेल नगर सेकेंड में बुजुर्ग दंपती की हत्या के पीछे करोड़ों के लेनदेन का विवाद हो सकता है। पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं, जिन्हें जांचा जा रहा है। 3 दिन पहले जीता प्रॉपर्टी से संबंधित मुकदमा या एक करीबी से करोड़ों के लेनदेन हत्या की वजह तो नहीं है, पुलिस इस दिशा में काम कर रही है। साथ ही, बुजुर्ग दंपती का जिनसे रुपयों का लेनदेन था, उन्हें भी खंगाला जा रहा है।

पुलिस की मानें तो अशोक जैदका और मधु जैदका की हत्या को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। 12 मिनट के अंदर दूसरी बार आकर हत्यारों ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। साथ ही पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारों ने दंपती के घर में सामान बिखेरकर लूटपाट का सीन बनाया। जबकि पुलिस को मधु जैदका के शरीर पर सारे जेवर ज्यों के त्यों मिले। इतना ही नहीं, घर में रखा कैश भी सुरक्षित मिला। एसएसपी पवन कुमार का कहना है कि कई बिंदुओं पर पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।

दंपती को मिलने थे ढाई करोड़ रुपये
बताया जा रहा है कि अशोक जैदका का एक ग्रुप से संपत्ति विवाद का मुकदमा सिविल कोर्ट में चल रहा था। तीन दिन पहले वह उसे जीत गए थे। कोर्ट के फैसले के मुताबिक उन्हें ढाई करोड़ रुपये मिलने वाले थे। ढाई करोड़ रुपये न देेने पड़ें, कहीं इसलिए तो दंपती की हत्या नहीं कर दी गई, पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि मुकदमा जीतने के बारे में पता चला है। उसे तस्दीक किया जा रहा है।

एक व्यक्ति से था करोड़ों का लेनदेन
पुलिस के मुताबिक अशोक जैदका का राजनगर एक्सटेंशन निवासी एक व्यक्ति से करोड़ों रुपये का लेनदेन था। उसे अशोक जैदका को पैसे भी देने थे। इस व्यक्ति का हत्याकांड में हाथ तो नहीं है, पुलिस इसकी बिंदु पर भी काम कर रही है। इसके अलावा दंपती का कई लोगों से रुपयों का लेनदेन था।

9 लोगों की बनाई सूची
बुजुर्ग दंपती की हत्या के बाद किन-किन लोगों को फायदा पहुंच सकता है, पुलिस ऐसे लोगों की सूची बनाकर उनकी गतिविधियां देख रही है। अभी तक पुलिस की सूची में ऐसे 9 लोग शामिल हुए हैं। इनमें दंपती के रिश्तेदार व करीबी हैं। एसएसपी का कहना है कि अभी तक किसी दिशा में पुख्ता सुबूत नहीं मिले हैं।

पटाखों के शोर में दब गई चीख-पुकार
तीन मंजिला अपार्टमेंट बनाने के बाद अशोक जैदका ने प्रथम व द्वितीय तल पर बने फ्लैट 6 परिवारों को बेच दिए थे, जबकि ग्राउंड फ्लोर पर वह पत्नी के साथ रहते थे। दंपती की हत्या कर दी गई और फ्लैट में रहने वाले लोगों को भनक तक नहीं लगी। पुलिस का कहना है कि हत्यारों ने वारदात को अंजाम देने के लिए वह वक्त चुना, जब दिवाली पूजन के बाद लोग त्योहार मनाने में व्यस्त थे। दंपती की हत्या किसी भारी वस्तु से सिर में चोट पहुंचाकर की गई है। लिहाजा चीख-पुकार भी मची होगी, लेकिन वह पटाखों के शोर में दब गई। रात करीब एक बजे पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाती हुई पहुंचीं तो लोगों ने सोचा कि पूर्व मंत्री रामबीर उपाध्याय आए होंगे। लेकिन, पुलिस दंपती के घर में घुसी तो घटना का पता चला।

धोबी के जाने का किया इंतजार
अशोक जैदका के घर के सामने धोबी पप्पू अपना ठिया लगाता है। घर पर किसी व्यक्ति के आने के बाद वह पप्पू से ही उसके बारे में पूछते थे। पप्पू के जाने के बाद ही हत्याकांड को अंजाम दिया गया। इससे आशंका जताई जा रही है कि हत्यारों ने धोबी के जाने का इंतजार किया था। वहीं, पप्पू ने बताया कि सवा 8 बजे तक सब कुछ सामान्य था। पौने नौ बजे दोनों की हत्या कर दी गई।
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