सिटी न्यूज़ | हिंदी.....✍🏻

गाजियाबाद :- बसपा मुखिया मायावती ने विपक्षियों पर सियासी शब्द बाण चलाकर अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया। कविनगर के रामलीला मैदान पर उन्होंने भाजपा, सपा और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। भाजपा को धर्म के नाम पर नफरत और तनाव फैलाने वाली पार्टी करार दिया। कहा कि यह भाजपा आरएसएस और पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है।
गलत नीति का नतीजा है कि किसान, नौजवान, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक समेत सभी वर्गों के लोग परेशान हैं। पेट्रोल, डीजल और गैस के दाम चरम पर हैं। सरकारी विभागों को निजीकरण करने की साजिश की जा रही है। कर्मचारी व संगठन अपनी मांगों के लिए धरना प्रदर्शन करता है तो उसे जेल में डाल दिया जाता है। बसपा की सरकार आई तो जेल में बंद ऐसे सभी लोगों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे। अपराधियों के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बसपा की सरकार आएगी तो केंद्र की ओर से लाए गए कानून को प्रदेश में लागू करने से पहले देखा जाएगा कि वह यहां की जनता के लिए कितना ठीक है, इसके बाद ही लागू होने दिया जाएगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश के जाटों और किसानों को साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में पुलिस में हुई भर्ती में सबसे अधिक भर्ती यहां से की गई है। उनकी सरकार में रोजगार के लिए लोग बाहर से आते थे, सपा और भाजपा की सरकारों में बेरोजगारी बढ़ी है और रोजगार के लिए युवा बेरोजगार दूसरे प्रदेशों के लिए पलायन कर रहे हैं। चुनाव समाप्त होते ही केंद्र सरकार पेट्रोल के दाम फिर से बढ़ा देगी।

सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा शासनकाल में गुंडागर्दी बढ़ गई थी, एक विशेष वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचाया गया। संसद में आरक्षण बढ़ाने के विरोध में वोटिंग सपा के अखिलेश ने की थी। सपा और भाजपा ने आरक्षण को समाप्त करने का काम किया है। मायावती ने कहा कि आज दलित, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समेत अन्य सभी वर्ग के लोग सरकारी लाभों से वंचित हैं। अनुसूचित छात्रों की छात्रवृत्ति पर ब्रेक लगा हुआ है। इस वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। कर्मचारियों को साधने की कोशिश। मायावती ने कहा कि उनकी सरकार आई तो कर्मचारियों की मांगों की सुनवाई के लिए अलग से आयोग का गठन किया जाएगा। उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से निपटारा कराया जाएगा।
Previous Post Next Post