◼️हैदराबाद की एक निजी कम्पनी करेगी रखरखाव

◼️डिजिटल विज्ञापन भी देख व चलवा सकेंगे एन्क्लेव के लोग


रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- आधुनिकता की ओर बढ़ रहे इस युग में गुलमोहर एन्क्लेव में कुछ नया न हो ऐसा कभी हो नहीं सकता। गुलमोहर एन्क्लेव को अब दशकों पुराने कागज पर बने नोटिस चिपकाने वाले बोर्ड सिस्टम से छुटकारा मिल गया है। सोसायटी की सभी लिफ्टों के पास आकर्षक डिजिटिल एलईडी लगवाई गई हैं। आरडब्लूए व हैदराबाद की एक निजी कम्पनी के बीच हुए अनुबंध के तहत इन एलईडी को लगाया गया है। एलईडी के रूप में लगाए गए इन नोटिस बोर्ड पर एन्क्लेव में रहने वाला कोई भी व्यक्ति अपना विज्ञापन भी नियम के तहत चलवा सकता है।
    
बता दें कि राकेश मार्ग स्थित गुलमोहर एनक्लेव आरडब्लूए ने एक बेहतरीन काम किया है। आरडब्लूए ने हैदराबाद तेलंगाना की निजी कम्पनी एडॉन्मो के साथ अनुबंध किया है। इस अनुबंध के तहत कंपनी ने सोसाइटी में स्थित सभी 31 लिफ्टों के पास अपने डिजिटल नोटिस बोर्ड लगाए हैं। इन नोटिस बोर्ड पर सोसाइटी से संबंधित सूचनाएं डिजिटली सभी लोगों को देखने को मिलेंगी। जबकि इससे पहले नोटिस बोर्ड पर सभी सूचनाओं को कागज पर प्रिंट कर चस्पा करना पड़ता था। वही इन डिजिटल नोटिस बोर्ड पर कंपनी द्वारा विभिन्न ब्रांडों के भी विज्ञापन चलाए जाएंगे। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष मनवीर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन डिजिटल नोटिस बोर्ड के लिए हमें कम्पनी को कोई भी शुल्क नहीं देना होगा। साथ ही इन नोटिस बोर्ड का रखरखाव व वाईफाई से कनेक्ट करने का खर्चा भी कंपनी स्वयं उठाएगी। 

आरडब्लूए सचिव विनम्र जैन ने बताया कि गुलमोहर एनक्लेव निवासी कोई भी व्यक्ति अपने व्यवसाय या उत्पाद का विज्ञापन भी उचित शुल्क देकर इसी डिजिटल बोर्ड पर चलवा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने सोसाइटी के सभी लोगों से निवेदन किया है कि लिफ्ट में सामान ले जाते समय यदि नोटिस बोर्ड को कोई भी क्षति पहुंचती है तो उसकी सूचना तत्काल प्रभाव से सोसायटी के सुरक्षा गार्डों या आरडब्लूए ऑफिस में जरूर दें। जिससे समय रहते उस डिजिटल बोर्ड को सही कराया जा सके। 

मीडिया प्रभारी गौरव बंसल ने बताया कि यह पुराने नोटिस बदलने का यह वास्तव में प्रशंसनीय है, क्योंकि डिजिटल नोटिस बोर्ड का प्रयोग करने से कागज की खपत भी कम होगी। साथ ही उन्होंने इसे सीधे ग्रीन इंडिया प्रोजेक्ट से जोड़ते हुए कहा कि कागज प्राप्त करने के लिए पेड़ों का कटान होता है जो इन माध्यमों से रोका जा सकता है।
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