रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- राज्य में 2022 विधानसभा चुनाव की 70 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है। इसके साथ ही कई दिग्गजों का भाग्य इस चुनाव में दांव पर है।सियासी हलकों से लेकर हर जनमानस की जुबान पर एक ही सवाल तैर रहा है कि आखिर प्रदेश में किस दल की सरकार बनेगी।स्पष्ट जनादेश मिलेगा या 2012 की कहानी दोहराई जाएगी। उत्तराखंड के चुनावी समर में जोर लगाने वाले 632 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।
इनमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित तमाम ऐसे दिग्गज और बड़े नेता हैं, जिनका राजनीतिक भविष्य भी इससे तय होगा। इस बार के चुनाव में पिछले चुनाव के मुकाबले कम प्रत्याशी मैदान में थे। सोमवार को मतदान संपन्न होने के साथ ही सभी प्रत्याशियों का भविष्य भी ईवीएम में कैद हो गया।
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा से 2017 में नजदीकी मुकाबले में जीते थे। इस बार बतौर मुख्यमंत्री उनके नैतृत्व में भाजपा ने चुनाव लड़ा है। अब दस मार्च को नतीजे आने के बाद तय होगा कि धामी का राजनीतिक भविष्य कैसा बदलाव लाएगा। वही लालकुआं से कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है। 2017 के चुनाव में वह दोनों चुनाव हार गए थे। इस बार उनकी अगुवाई में चुनाव लड़ा गया है। अब उनकी अपनी जीत और पार्टी की जीत पर उनका भविष्य भी काफी हद तक निर्भर करेगा।