रिपोर्ट :- अजय रावत
गाज़ियाबाद :- भारतीय छात्रों की सुरक्षित वतन वापसी को लेकर हमारे सबके चहेते सांसद जनरल वी के सिंह ने जबसे पोलैंड में मोर्चा संभाला हुआ है तबसे यूक्रेन में फसें हुए भारतीय छात्रों के परिवारों में खुशी की लहर दौड़ रही है। चुकीं उनके बच्चों की जान की देखभाल करने और उन्हें सुरक्षित अपने गतव्य तक पहुंचाने का जिम्मा अब जनरल वीके सिंह के कुशल नेतृत्व में किया जा रहा है।
व्यापारी नेता प्रवीन भाटी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने रूस और यूक्रेन के इस युद्ध की वजह से उत्पन्न हुए संकट में जो जिम्मेदारी जनरल वीके सिंह को सौंपी है वह उसे बखूबी निभा रहे है। देश और देश के प्रति कर्तव्य को सर्वप्रथम श्रेणी में रखने वाले आर्मी के जनरल का जिंदगी भर का अनुभव आज भारतीय छात्रों के काम आ रहा है। यूक्रेन-रूस के बीच चल रहा युद्ध भारतीय छात्रों के लिए एक नई मुसीबत लेकर आया है। जान बचाने के लिए छात्रों ने कई किलोमीटर तक का सफर पैदल ही तय किया। जैसे-तैसे यूक्रेन की सीमाओं तक पहुंचे। वहीं केंद्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह भी पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर पहुंच गए। यहां उन्होंने सीमा पर फंसे छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने छात्रों को भोजन और पानी वितरित किया।
छात्रों से मुलाकात के बाद केंद्रीय वीके सिंह ने कहा कि सीमा पर फंसे छात्रों को जल्द ही पोलैंड में प्रवेश की सुविधा दी जाएगी फिर यहां से उन्हें भारत भेजा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र थक चुके हैं। लेकिन छात्र इस बात से खुश हैं कि उनको उनकी मातृभूमि पर वापस जल्द पहुंचा दिया जाएगा। जनरल वी के सिंह के नेतृत्व में पोलैंड सरकार के सहयोग से भारत सरकार के "ऑपरेशन गंगा" अभियान में सिर्फ भारतीयों को ही नही, बल्कि इनके साथ नेपाल और बांग्लादेश के भी कई स्टूडेंट्स को सुरक्षित निकाला गया है।
गुरुवार को 657 बच्चों को फ्लाइट के जरिए देश भेजा जा चुका है वही लगभग 2000 बच्चे ऐसे है जिनके घरवाले उनका बेसब्री से इंतजार कर रहें है। और इस बात को जनरल साहब भी भली भांति से जानते की आज पूरे देश की निगाहें उनके ऊपर है। जनरल साहब भी इस वक्त अपनी पूरी ताकत इस कार्य को पूर्ण करने में बड़ी ही शिद्दत से लगे हुए है। जनरल साहब जानते है की यह समय सोने का नही बल्कि एक एक भारतीय छात्र को उसके घर तक सुरक्षित करने का है। जनरल वी के सिंह दिन रात एक करते हुए इस जिमेदारी को बखूबी निभा रहे है।आज हर देशवासी को गर्व है ऐसे सांसद पर जो को अपनी जान किं परवाह किए बगैर अपने भारतीय होने का फर्ज निभा रहा है।