◼️विद्यालय की फीस जमा की तथा पुस्तकें भी दिलवाईं

◼️सुरक्षाकर्मी मुख्तार की डेंगू के कारण हो गई थी मौत


रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- नेकी करने की नीयत हो तो इंसान लंबी दूरियों को भी आसानी से तय कर लेता है। ऐसा ही कुछ नजारा बुधवार को उस समय देखने को मिला जब गुलमोहर एन्क्लेव आरडब्ल्यूए ने सोसायटी में तैनाती के दौरान काल के गाल में समाए  सिक्युरिटी गार्ड की उसके घर जाकर मदद की। यह दूसरा अवसर है जब आरडब्ल्यूए ने गार्ड के घर पहुंचकर उसके बेसहारा परिवार की मदद की है। 
   
बता दें कि मुख्तार चौधरी नामक गार्ड गुलमोहर एन्क्लेव में बतौर सिक्योरिटी गार्ड तैनात था। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ही मुख्तार डेंगू की चपेट में आ गया और उसने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। मुख्तार के इस दुनिया से जाने के कारण उसके परिवार के सामने को खड़ा हुआ वो था आर्थिक संकट, जिसके बारे में विचार करते हुए आरडब्ल्यूए ने सोसायटी के लोगों की मदद से मुख्तार के परिवार को सहायता राशि सौंपी थीं। वहीं बुधवार को फिर से आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष मनवीर चौधरी, मीडिया प्रभारी गौरव बंसल, कोषाध्यक्ष एके जैन, रविन्द्र रिहानी फिर से दिवंगत गार्ड के घर पहुंचे और उसके दो बच्चों की पिछले वर्ष की फीस विद्यालय में जमा करवाई। 

इस बारे में जानकारी देते हुए अध्यक्ष मनवीर चौधरी ने बताया कि मुख्तार गुलमोहर के परिवार जैसा था। जानकारी मिली थी कि उसके बड़े बेटे पुष्पेंद्र व छोटे बेटे सत्येंद्र की गत वर्ष की फीस जमा न होने के कारण रिपोर्ट कार्ड नहीं मिल पाया है और आर्थिक तंगी के कारण अगली कक्षा में प्रवेश लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसीलिए अपने साथियों के सहयोग से दोनों बच्चों की फीस जमा करवाकर रिपोर्ट कार्ड दिलवाया गया है और पुष्पेंद्र का कक्षा 8 व सत्येंद्र का कक्षा 7 में प्रवेश भी करवाया गया है तथा नए वर्ष के लिए किताबें भी दिलवाई संजय यादव एकेडमी के डायरेक्टर विनोद यादव से परिवार की आर्थिक स्थिति के बारे में वार्ता भी की गई। डायरेक्टर विनोद यादव ने कहा कि परिवार की विषम परिस्थितियाँ समझते हुए दोनों बच्चों की फीस में भी छूट की गई है।
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