रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- मोदीनगर के छात्र अनुराग की मौत का प्रकरण में परिजनों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है। मंगलवार को डीएम के साथ परिजनों की बंद कमरे में बैठक हुई। इस दौरान मीडिया सहित किसी भी अन्य व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। करीब दो घंटे चली बैठक में जमकर हंगामे की आवाज बंद कमरे से बाहार आती रही। 
करीब दो घंटे चली बैठक के बाद अनुराग के परिजन मीडिया से रूबरू हुए है। इस दौरन उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि डीएम साहब अब 45 दिन का समय मांग रहे है। परिजनों ने बताया कि एडीएम व एसपी देहात के नेतृत्व में जांच की जाएंगी जिसकी रिपोर्ट बनाकर सौंपी जाएंगी। वहीं परिजनों ने कहा कि स्कूल के प्रधानार्चा का किस बिहाप पर पुलिस ने बिना जमात के छोड़ा है। हमने अपने बच्चे को स्कूल बस चालक के भरोसे नहीं बल्कि प्रीसिंपल, स्कूल मैनजमेंट व वाइस प्रीसिंपल के भरोसे स्कूल में भेजा था। 
उन्होंने कहा जब तक इन लोगों को गिरफ्तार कर सजा नहीं होती तब तक अनुराग को इंसाफ नहीं मिलेग। वहीं अनुराग के परिजनों ने स्कूल के ट्रॉसपोर्ट पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। हालांकि परिजन इस वार्ता से संतुष्ट नहीं दिखे लेकिन उन्होंने आखिर में कहा कि डीएम साहब ने जब समय मांगा है तो इसमें हम लोग कुछ नहीं कर सकते है। पुलिस प्रशासन से बस हमारी यही गुहार है कि हमें इंसाफ मिलना चाहिए। 
गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन ने दिया धरना
डीएम कार्यालय के अंदर पैरेंट्स एसोसिएशन के लोगों ने धरना दिया। उन्होंने कहा कि मोदीनगर स्थित दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के ट्रांसपोर्ट इंचार्ज, प्रधानाचार्य व स्कूल मालिक की लापरवाही की वजह से अनुरा की मौत हुई है। इन लोगों पर कड़ी कार्रवाई कर जेल भेजना चाहिए। इस दौरान अध्यक्ष सीमा त्यागी, जय बिष्ट, अनिल सिंह, मनीष शर्मा, सुधा सिंह सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।
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