◼️जिला प्रभारी से धमकी मिलने पर बिगड़ी मीडिया प्रभारी की तबियत


रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- समाचार पत्रों को समाज का आईना समझकर उन पर भरोसा जताया जाता था। लेकिन वर्तमान समय में कुछ प्रतिष्ठित समाचार पत्रों पर यह बात बिल्कुल लागू नहीं होती। ऐसे समाचार पत्रों में काम करने वाले मुलाज़िम खुद को हुक्मरान समझकर आम आदमी के शोषण की खबरों को दबाने का हुनर भी बखूबी सीख गए हैं। ऐसा ही एक मामला गुलमोहर एन्क्लेव आरडब्ल्यूए के मीडिया प्रभारी द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद सामने आया है। मीडिया प्रभारी ने एक राष्ट्रीय समाचार पत्र के जिला प्रभारी पर उनके साथ अभद्र व्यवहार करने और धमकी देने का आरोप लगाया है। 
    
जानकारी के मुताबिक गुलमोहर आरडब्ल्यूए के मीडिया प्रभारी गौरव बंसल ने एक दैनिक अखबार के जिला प्रभारी पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए मीडिया जगत में खलबली पैदा कर दी है। जिसके बाद यह चर्चा खूब हो रही है कि लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कही जाने वाली मीडिया के कर्मी ही आम आदमी को धमकी देने में माहिर होते जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार मामला यह था कि गौरव ने गुलमोहर एन्क्लेव में कुछ लोगों द्वारा किये जा रहे अवैध अतिक्रमण की शिकायत मुख्यमंत्री व तमाम आलाधिकारियों से की थी। इसी खबर के प्रकाशन के लिए गौरव ने अखबार के जिला प्रभारी से आग्रह किया था। गौरव का आरोप है कि जिला प्रभारी ने उनके साथ बुधवार की रात को फोन कर अभद्रता की जिसके बाद उनका ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ गया। देर रात ही गौरव को यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया। गौरव ने खुद की जान का खतरा महसूस करते हुए स्वयं को अन्यत्र किसी अस्पताल में रेफर करवा लिया। 

फोन पर हुई बातचीत में गौरव ने बताया कि इससे पहले भी इसी जिला प्रभारी की शिकायत करने पर उसने अखबार के गाजियाबाद स्थित कार्यालय बुलवाकर अभद्रता की थी जिसके बाद उन्हें दबाव में आकर माफी मांगनी पड़ी थी। फिलहाल गौरव किसी सुरक्षित स्थान पर छिपे हुए हैं। साथ ही उन्होंने अखबार के उच्च अधिकारियों व मालिक से भी जिला प्रभारी की हरकतों की शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। मीडिया प्रभारी ने कहा है कि जिला प्रभारी के अभद्र व्यवहार के बाद गुलमोहर एन्क्लेव में दैनिक जागरण अखबार का बहिष्कार किया जाएगा।
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