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गाजियाबाद :- मुरादनगर में गंगनहर के किनारे बने कल्पतरू आश्रम में रविवार को 4 दिवसीय नैचुरोपैथी क्लींजिंग शिविर का समापन हो गया। शिविर में 51 लोगों ने प्राकृतिक तरीके से स्वयं को स्वस्थ रखने और विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने के तरीके सीखे। मुंबई से आए विशेषज्ञों की टीम ने लीवर, किडनी, आई, माउथ, फुट क्लींजिंग कराई भी और भविष्य में स्वयं करने की विधा भी सिखाई।

रविवार को आश्रम परिसर में आयोजित समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव संतोष यादव ने फलों, सब्जियों की महत्ता बताई। साथ ही नियमित योग और जीवनचर्या का महत्व बताया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. महकार सिंह ने अध्यात्म पर चर्चा की। कार्यक्रम के संयोजक यशपाल गुप्ता थे सांसद प्रतिनिधि देवेंद्र हितकारी ने गीता के व्यवहारिक पक्षों पर व्याख्यान दिया। 

मुंबई से आई फातिमा शेख ने बताया कि 10 साल से ज्यादा व 70 साल से कम उम्र के लोग लीवर क्लींजिंग कर सकते हैं। इससे शरीर में जमा पत्थर तो बाहर आते ही हैं। एलडीएल कोलेस्ट्राल भी बाहर आता है। जिससे अगले छह महीने हार्ट स्ट्रोक की कोई आशंका नहीं रहती है। डॉ. संतोष केसरी, सरबजीत सिंह, गजेंद्र आदि ने मड थेरेपी, पंच गव्य, एक्यूप्रेशर आदि की तकनीक भी लोगों को सिखाई। लीवर क्लींजिंग के विशेषज्ञ यशपाल गुप्ता के नेतृत्व में 9 जून से 12 जून तक शिविर चला। इस मौके पर माया प्रकाश त्यागी, मंजू गोयल, सरिता यादव, दिनेश गर्ग , सुरेश चंद अग्रवाल, लोकेश सिंघल, डी के मित्तल, सुमन कपूर,  गजेन्द्र विष्ट, विनोद त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
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