रिपोर्ट :- अजय रावत

गाज़ियाबाद :- 15 जुलाई को वर्ल्ड प्लास्टिक सर्जरी डे हर साल मनाया जाता है। समय के साथ प्लास्टिक सर्जरी और कॉस्मेटिक सर्जरी का चलन बढ़ा है। इन्फेक्शन, कैंसर, एक्सिडेंट, जलने या अन्य किसी कारण से शरीर के अंगों को हुए नुकसान पर प्लास्टिक सर्जरी की जाती है. वहीं कॉस्मेटिक सर्जरी का उद्देश्य अंगों की सुंदरता को निखारना होता है। महिलाएं अपने स्तन, नाक और पलकों की सर्जरी करवाती हैं. अब भारत में भी यह चलन बढ़ता जा रहा है। 

15 जुलाई प्लास्टिक सर्जरी डे के मौके पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद में हॉस्पिटल के वरिष्ठ प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जन डॉक्टर मुकेश कुमार द्वारा शनिवार 16 जुलाई को एक निशुल्क परामर्श शिविर लगाया गया। शिविर में 25 मरीजों को निशुल्क परामर्श दिया गया। 

डॉ मुकेश कुमार ने बताया कि प्लास्टिक या कॉस्मेटिक सर्जरी के बारे में लोगों ने जानकारी हासिल की। कैंप में आये मरीजों में हेयर फॉल की समस्या भी पाई गई, डॉ मुकेश ने बताया उसके लिए बहुत ही आधुनिकतम तरीके से हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी भी की जाती है जिसमें पीआरपी विधि बहुत ही प्रचलित है तथा इसका 99% तक सकारात्मक रिजल्ट रहता है। 

लोगों को एब्डोमिनोप्लास्टी से पेट को सही आकार में लाने के लिए  सर्जरी के लिए भी जागरूक किया गया।अतिरिक्त चर्बी और त्वचा को निकालकर शेप देन की कोशिश की जाती है. गर्भावस्था के बाद पेट को सही आकार में लाने के लिए महिलाएं यह सर्जरी करवाती। सर्जरी उन लोगों पर सफल होती हैं, जिनके पेट में ज्यादा चर्बी नहीं है, लेकिन त्वचा लटक रही है।

वर्ल्ड प्लास्टिक सर्जरी डे के अवसर पर जागरूक करते हुए डॉ मुकेश ने बताया की राइनोप्लास्टी नाक की खूबसूरती के लिए यह सर्जरी की जाती है। नाक चपटी या सामान्य से बड़ी होने पर लोग इस सर्जरी का सहारा लेते हैं। महिलाएं सुंदर दिखने के लिए नाक तीखी करवाती हैं.  
साथ ही बढ़ती उम्र की झुर्रियां दूर करने के लिए भी कॉस्मेटिक सर्जरी की जाती है।
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