लोन माफिया लक्ष्य तंवर



सिटी न्यूज़ | हिंदी.....✍🏻

गाजियाबाद :- 400 करोड़ का ऋण घोटाला माफिया लक्ष्य तंवर और उसके साथियों ने 257 फर्जी कंपनियां बनाकर किया था। घोटाले की रकम का बड़ा हिस्सा 270 बैंक खातों में जमा कराया गया और फिर निकाल लिया गया। पुलिस की जांच में इसका खुलासा हुआ है। इस पर पुलिस ने सभी बैंक खातों को फ्रीज करा दिया है। इनमें पांच खाते उन बैंक अधिकारियों के हैं जिन्होंने माफिया का साथ दिया। इनमें से तीन अधिकारी जेल जा चुके हैं।

इस घोटाले में 40 केस दर्ज हुए हैं। इनमें से अभी तक 15 की ही जांच पूरी हुई है। इसी में साफ हो गया कि लक्ष्य तंवर ने यह खेल कैसा किया? पुलिस ने बताया कि लक्ष्य ने फर्जी कंपनियां बनाईं। उनमें लेन-देन दिखाया। इन फर्जी कंपनियों की संपत्ति दिखाई। यह सब सिर्फ कागजों में था। इसके बाद उन पर ऋण ले लिया। बैंक अधिकारियों से उसकी सांठगाठ थी, इसलिए जांच-पड़ताल किए बगैर ऋण देते चले गए। ऋण फर्जी कंपनियों के नाम था, इसलिए ज्यादातर की वसूली नहीं हो पाई। इन कंपनियों के ही बैंक खाते खुलवाए।

फ्रीज होने से पहले ही साफ कर दिए खाते
शातिर लक्ष्य तंवर और उसके साथियों ने पुलिस को बैंक खातों की जानकारी मिलने से पहले ही इन्हें साफ कर दिया। 400 करोड़ के घोटाले के आरोपियों के खातों में किसी में 500 रुपये मिले तो किसी में इससे भी कम। किसी भी खाते में बड़ी रकम नहीं मिली। पुलिस अब आरोपियों के अन्य बैंक खातों की पता लगाने की कोशिश कर रही है।

बैंक अफसरों के खाते में सामान्य लेन-देन
इस घोटाले में पांच बैंक अधिकारी आरोपी हैं। पुलिस ने बताया कि इनके खातों में सामान्य लेन-देन मिला है। इन्होंने घोटाले की रकम को अपने खातों में जमा नहीं कराया। माना जा रहा है कि इन लोगों ने भी फर्जी खाते खोल रखे थे। पुलिस उनका पता लगाने की कोशिश कर रही है। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों के खाते फ्रीज करा दिए गए हैं। घोटाले की रकम से खरीदी गई संपत्ति को जब्त किया जा रहा है।

चार आरोपियों पर इनाम घोषित
लक्ष्य तंवर के साथी दक्ष बग्गा, विशेष बहल, सूरज कालरा, राजरानी कालरा और सुनील अरोड़ा पर पुलिस ने 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस हाल में सुनील अरोड़ा को गिरफ्तार कर चुकी है। फरार चारों आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी है। वहीं इस मामले में नामजद आरोपी प्रेमचंद को कोर्ट से राहत मिली है। उसकी गिरफ्तारी पर स्थगन आदेश ( स्टे ) जारी हुआ है।
ये हो चुके गिरफ्तार

मुख्य आरोपी लक्ष्य तंवर, पिता अशोक कुमार, बैंक अधिकारी प्रियदर्शनी, रामनाथ मिश्रा, उत्कर्ष कुमार और लक्ष्य के अन्य साथी वरुण त्यागी, शिवम, सुनील अरोड़ा, नरेश बग्गा, तुषार गोयल और सुमित कुमार गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बैंक अधिकारी तारिक हसन और संजय की तलाश की जा रही है। इन दोनों पर इनाम घोषित नहीं किया गया है।
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