रिपोर्ट :- संजय चौहान

उत्तराखण्ड :- हरिद्वार को नशामुक्त करने के उद्देश्य से मनीष चौहान का कनखल सिंहद्वार पर पिछले दो दिन से धरना प्रदर्शन चल रहा है, जिसका शनिवार को चौथा दिन रहा। मनीष चौहान ने बताया कि नशेखोरी के कारण विश्व मे विख्यात और प्राचीन धर्म नगरी हरिद्वार के काफी युवाओ का नशेखोरी के कारण भविष्य अंधकार में है। समय समय पर हरिद्वार पुलिस अवैध नशे के खिलाफ छापेमारी भी करती हैं। तो हरिद्वार ग्रामीण और शहर में ड्रग इंस्पेक्टर मीरा भारती भी समर्पित भाव से मेडिकल स्टोर पर छापेमारी करके मेडिकल स्टोर पर मिलने वाले नशे के सामान पर अंकुश लगाने में जी जान से जुटी रहती है, लेकिन इन सबके बावजूद हरिद्वार में विभिन्न क्षेत्रों में यदि अवैध शराब, नशे के इंग्जेशन आदि नशे में गिरफ्त युवाओं को आसानी से कैसे उपलब्ध हो जाते हैं ये प्रशासन को सोचना होगा। 

इस मौके पर ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर ने भी मनीष चौहान के अनशन को अपना समर्थन दिया। मनीष चौहान के अनुसार अभी तक उनके धरने स्थल पर हरिद्वार के सिटी मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी और विभिन्न राजनीतिक दल के लोग, सामाजिक लोगों ने आकर नशे के विरुद्ध इस मुहिम का समर्थन किया है। मनीष चौहान की हरिद्वार प्रशासन से मांग है कि वो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करें जिसमे समाज के बुद्धजीवी, शिक्षाविद, व्यापारियों, युवाओ, और नशे से पीड़ित परिवार के सदस्यों को शामिल किया जाय। 

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वर्ष में दो बार बैठक हो जिसमे नशे सम्बंधित समस्याओं, सुझावों, समाधान पर चर्चा हो। युवाओ से अपील करते हुवे मनीष चौहान ने कहा कि नशा एक अभिशाप और सामाजिक बुराई है इसे स्वयं के अलावा अपने दोस्तों, सगे सम्बंधित को बचाने का यथासम्भव प्रयास करे। साथ ही मनीष चौहान ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से अपील की है कि वो सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को सख्त दिशा निर्देश जारी करे कि डॉक्टर के पर्चे के बिना दवाई न दे, उसके बावजूद यदि कोई मेडिकल संचालक नशे के सामान बेचता है तो उसका लाइसेंस हमेशा के लिये रद्द होना चाहिए।
Previous Post Next Post