◼️खेल दिवस के अवसर पर छात्रों ने खेले परंपरागत खेल



रिपोर्ट :- अजय रावत

गाजियाबाद :- सरस्वती शिशु मंदिर नेहरू नगर में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की 116 वी जयंती मनाई गई।
जयंती संयोजक आचार्य शिव कुमार शर्मा ने मां सरस्वती और मेजर ध्यानचंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर पुष्पार्चन किया। शिवकुमार शर्मा ने बताया कि हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद ने परिश्रम के बल पर सफलता की सीढ़ियां चढते गए और हॉकी के जादूगर के नाम से प्रसिद्ध हुए। सेना में मेजर के पद पर रहते हुए उन्होंने राष्ट्रीय ,अंतरराष्ट्रीय हॉकी खेल प्रतियोगिताएं जीती और भारत का नाम रोशन किया।

विद्यालय की प्रधानाचार्या रेखा शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के द्वारा इस वर्ष से मेजर ध्यानचंद की जयंती को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की है।
विद्या भारती से संबंधित शिशु मंदिरों में भारत के परंपरागत खेल जो लुप्तप्राय: से होते जा रहे हैं उनको आगे बढ़ाने की परंपरा में छात्रों का उनसे परिचय कराया जाएगा।

मेजर ध्यानचंद की जयंती पर खेल दिवस के अवसर पर छात्रों ने अपने परंपरागत  खेल खेलें। यह प्रयास छात्रों में अपने प्राचीन खेलों को खेलने के लिए अच्छा था।
खेलों में रस्सा खींच,  पिट्ठू, लंगड़ी टांग के खेल, संख्या बनाना, पोसम्पा भाई पोसम्पा, कुर्सी संगीत ,घोड़ा है जमाल शाही, भैया भैया कितना पानी, विष अमृत आदि खेलों में छात्रों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
Previous Post Next Post